मोदी सरकार ने 14 हजार करोड़ रुपये की लागत से एक महत्वकांक्षी सड़क परियोजना को अंतिम रूप देने में लगी है जिसके तहत गुजरात से मिजोरम तक 5 हजार किलोमिटर सड़क बनायी जानी है.
माना जा रहा है कि भारत माला नामक यह सड़क परियोजना अटल बिहारी वाजपेयी के स्वर्णिम चत्रभुज की तरह होगी.
केंद्रीय सड़क सचिव विजय छिब्बर ने अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स को इस परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा है कि इस साल के अंत तक इस परियोजना पर काम शुरू हो सकता है. माना जा रहा है कि मंत्रालय अगले कुछ महीने में इस पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगा. सूत्रों का कहना है कि 5300 किलोमिटर लम्बी यह सड़क देश के समूचे पश्चिमी तटवर्ती राज्यों और पूर्वी राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ेगी.
सरकार इस परियोजना को अगले पांच वर्षों में पूरा करना चाहती है. इस परियोजना की शुरूआत गुजरात और राजस्थान से एक साथ शुरू की जायेगी जो पंजाब होते हुए जममू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश होते हुए सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश व मणिपुर मेघालय तक जायेगी.