उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्य की नई स्टार्टअप नीति 2016 को प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होने वाला बताया और कहा कि युवाओं को केन्द्र में रखकर बनायी गई। इस नीति का सर्वाधिक लाभ प्रदेश के युवाओं को होगा।
श्री यादव ने आज माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि हमारी सरकार ने युवाओं की शिक्षा, करियर और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बिहार स्टार्टअप नीति 2016 लांच किया है। इसके तहत सरकार युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए ‘उद्यमी बिहार, समृद्ध बिहार’ जैसे कार्यक्रम चलाएगी। इसके अलावा कारोबारी प्रतिस्पर्द्धा और नवाचार से जुड़ी चुनौतियों के बीच स्टार्टअप शुरू करने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अभियान चलाने के साथ ही पुरस्कार भी दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस नीति को ‘युवा’ के चार मजबूत स्तंभों पर तैयार किया गया है, जिसमें Y का संदर्भ यस टू स्टार्टअप्स, U का अनलिश रेग्यूलेटरी इनेबलर्स, V से वाईब्रेंसी इन एजुकेशन सिस्टम जबकि A का तात्पर्य एक्सेस टू फाइनेंस से है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में नये आइडिया के प्रोत्साहन के लिए स्टार्टअप नीति, 2016 पर मंत्रिपरिषद ने मंगलवार को मुहर लगा दी। राज्य में इसके लागू होने के साथ बिहार उन चुनिंदा राज्यों में शामिल हो गया है, जहां ऐसी नीति लागू है। यह नीति अगले पांच वर्षों तक प्रभावी रहेगी। स्टार्टअप के लिए सरकार ने 500 करोड़ का वेंचर फंड स्थापित किया है। पूरे स्टार्टअप का 22% फंड अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के लिए आरक्षित होगा।