बिहार विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सदस्यों का मोबाइल बजना, रिंग टोन बजना और सदन में बैठकर पर मोबाइल पर बातचीत करना आम बात है। इससे कई बार सदन की कार्यवाही के संचालन में भी बाधा आती है। इस संबंध में स्पीकर का आदेश भी बेअसर होता है।
नौकरशाही ब्यूरो
आज प्रश्नकाल के दौरान कई बार सदस्यों के फोन की रिंग टोन बजी। इससे परेशान स्पीकर ने सदस्यों से कहा कि लोग अपने मोबाइल का स्वीच आफ कर लें। उनके निर्देश के बाद कई लोगों ने अपना स्वीच ऑफ कर लिया। लेकिन फिर भी कई स्वीच ऑन ही रहे। इस बीच एक सदस्य का रिंग टोन बज गया। इसका दबाव स्पीकर के चेहरे पर भी दिखा, लेकिन वह कुछ बोले नहीं। हालांकि सदस्य ने तत्काल स्वीच ऑफ कर दिया।
बात यहीं खत्म नहीं हुई। इसके बाद भी कई सदस्य सदन में बैठकर मोबाइल से खेल रहे थे। शून्यकाल में भाजपा के सदस्य प्रदर्शन कर रहे थे। इसकी रिकार्डिंग भी कई सदस्य अपने मोबाइल से कर रहे थे। कुछ सदस्यों ने वेल में ही अपना फोटो सेशन भी करवाया। विधायकों से संसदीय पंरपराओं के निर्वाह की उम्मीद की जाती है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्पीकर के आदेश के बाद भी सदस्य अपनी मर्यादा को लांघने से बाज नहीं आ रहे थे।