जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ ने भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रह्मण्यम स्वामी को कुलपति बनाये जाने की कोशिशों की खबरों के मद्देनजर आज कहा कि वह इसका कड़ा विरोध करेगा और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफ.टी.आई.आई.) की तरह आंदोलन छेड़ेगा।
छात्र संघ द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि मोदी सरकार शिक्षा के भगवाकरण के लिये श्री स्वामी को इस विश्वविद्यालय का कुलपति बनाना चाहती है ताकि वह अपने एजेंडे को लागू कर सके लेकिन विश्वविद्यालय के छात्र ऐसा नहीं होने देंगे और इसका जमकर विरोध करेंगे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री स्वामी अपने इस्लाम विरोधी बयानों के लिए जाने जाते रहे हैं और इस कारण ही उन्हें ऑक्सफ़ोर्ड विश्विद्यालय से अतिथि प्रोफेसर से हटाया गया था। छात्र संघ ने मोदी सरकार पर वाई. सुदर्शन राव को भारतीय इतिहास परिषद का अध्यक्ष बनाकर उसका भगवाकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह उसी तरह इस विश्वविद्यालय का भी भगवाकरण करने कई कोशिश कर रही है लेकिन सरकार के इरादे को वह पूरा नहीं होने देगा।
छात्र संघ ने कहा है कि मोदी सरकार ने अभिनेता गजेन्द्र चौहान को एफटीआईआई का अध्यक्ष बनाया तो वहां के छात्रों ने उसका कड़ा विरोध किया और अभी भी वे आंदोलन कर रहे हैं। इसी तरह जे.एन.यू. में भी छात्रों का आंदोलन खड़ा हो जायेगा। छात्रों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सुरक्षा सम्बन्धी निर्देशों को भी उनकी आज़ादी छीनने का प्रयास बताया और इसका कड़ा विरोध किया।