बिहार विधान परिषद में राजग के सदस्यों ने राज्य में किसानों की समस्याओं को लेकर आज भारी शोरगुल और नारेबाजी की जिसके कारण सदन की कार्यवाही पांच मिनट बाद ही भोजनावकाश तक के लिये स्थगित कर दी गयी। भोजनावकाश के बाद भी दुबारा कार्यवाही शुरू के बाद भी विरोधी दलों का विरोध जारी रहा और फिर शाम साढ़े पांच बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।
सभापति अवधेश नारायण सिंह के आसन ग्रहण करते ही भाजपा के सत्येन्द्र नारायण सिंह कुशवाहा ने राज्य के किसानों के धान अधिप्राप्ति मद का लगभग दो सौ करोड़ रूपये का भुगतान अभी तक नही किये जाने का मामला उठाया । उन्होंने कहा कि धान अधिप्राप्ति के बकाये राशि का भुगतान किसानों को अभी तक नही हो पाया है। श्री कुशवाहा ने कहा कि दूसरी तरफ गेहूं अधिप्राप्ति की राशि एवं बोनस भी किसानों को नहीं दिया गया है। साथ ही किसानों के फसल के मुआवजे का भुगतान भी नही किया गया जिसके कारण लाखों किसान मुआवजे की राशि से वंचित है । उन्होंने कहा कि लाभान्वितों का चयन किये जाने के मामले में भी गंभीर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसके कारण राज्य के किसानों की स्थिति बदत्तर हो गयी है।
बाद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने परिषद स्थित अपने कक्ष में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार किसानों के प्रति तनिक भी संवेदनशील नही है । किसानों का धान खरीद का अभी भी दो सौ करोड़ रूपया बकाया है । उन्होंने कहा कि पिछले 15 अप्रैल को ही धान की खरीद समाप्त हो गयी और सरकार ने 24 घंटे के अंदर ही आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान करने की घोषणा की थी ।