संसद के बजट सत्र के दूसरे में चरण में लोकसभा में लगातार 17वें दिन विपक्षी दलों के सदस्यों ने आज भी भारी हंगामा किया जिसके अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
दोपहर 12 बजे एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई आसन के सामने बैनर लिए पहले से ही मौजूद अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड गठित करने की मांग को लेकर नारे लगाते हुए और हाथों में बैनर लेकर जबरदस्त हंगामा शुरु कर दिया। हंगामे के बीच ही अध्यक्ष ने जरूरी कागजात सदन के पटल पर रखवाए। सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपने नाम के आगे उल्लिखित रिपोर्ट सदन में रखने के बाद हंगामे पर कुछ बोलना चाहा लेकिन अध्यक्ष ने सूची में उल्लिखित अगले सदस्य का नाम पुकारा जिसके कारण श्री खड़गे कुछ बोल नही पाए।
अध्यक्ष ने सदस्यों से हंगामा नहीं करने और अविश्वास प्रस्ताव को पेश करने के लिए माहौल बनाने की अपील की लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई और कांग्रेस, वामपंथी दल तथा विपक्ष के अन्य सभी सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर इसका विरोध करने लगे। इसी बीच संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सदस्यों की संख्या का जिस तरह से प्रदर्शन किया, वह नियम के अनुसार गलत था। अध्यक्ष के आदेश के बिना कोई भी दल इस तरह की कार्यवाही नहीं कर सकता है। उन्होंने कांग्रेस के इस व्यवहार को गलत बताया और कहा कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार है।