गया के एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बुधवार को खिजरसराय में पांच लड़कियों के सामुहिक कत्ल का जिम्मेदार पिता को बताया है. यह सामुहिक हत्या चार दिसम्बर की रात हुई थी.

प्रेस को संबोधित करते एसपी निशांत कुमार
प्रेस को संबोधित करते एसपी निशांत कुमार

विनायक विजेता

उन्हों ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि गांव और गोतिया से हुए झगड़े के बाद अपने विरोधियों करो फंसाने के लिए विपीन सिंह ने पहले अपने हाथों बेटी का कत्ल किया उसके बाद बारी बारी से चार भतीजीयों का.

सारे मामले पर से पर्दा हटाते हुए बताया कि जब विपीन के दो भाइयों शशि भूषण सिंह से कड़ाई्र से पूछताछ की तो उन्होंने जो सच बताया वह काफी चौकाने वाला था, पर उन्होंने यह भी कहा कि ‘उनके भाई विपीन द्वारा बच्चियों की हत्या कर देने का संदेह नहीं था।’ पुलिस को जब विपीन के खिजरसराय आवास से खून और शराब की बोतले मिलीं तभी पुलिस का शक परिवार पर गहरा गया और सख्ती से पूछताछ शुरु हुई।

दोनों भाइयों ने बताया कि बीते मंगलवार यानी 3 दिसम्बर को विपीन अपने विरोधियों पर बलात्कार और मारपीट का फर्जी मुकदमा दर्ज कराने खिजरसराय थाना गया था जहां प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. इसके बाद ही विपीन ने अपने विरोधियों को फंसाने की गहरी और क्रूर साजिश रची. 4 दिसम्बर की शाम उसने अपने भाइयों से कहा कि ‘अब वह एक ऐसा काम करेगा जिससे उसके विरोधियों को फांसी हो जागी।’ पर वह क्या करने वाला था इस बात को न तो वह अपने भाइयों को बताया और न ही बेटे भतीजे को. उसने यह जरूर किया कि रात में सभी को अपना घर छोड़कर दूसरे के घरों में यह कहकर रहने को मजबूर कर दिया कि उनलोगों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज हो गया है अगर धर में रहेंगे तो रात में पलिस आकर गिरफ्तार कर सकती है। इसके बाद उसी रात विपीन सिंह ने पांचों बच्चियों क निर्मम हत्या कर दी.

सुबह में हत्या का हल्ला होने पर विपीन फिर अपने गांव लौट आया और हत्या का आरोप अपने विरोधियों पर मढ़ते हुए पुलिस को बयान दिया। विपीन इन बच्चियों के अंतिम संस्कार तक देखा गया उसके बाद जब पुलिस ने जांच तेज की तो वह भूमिगत हो गया.

गया के एसएसपी निशांत कुमार तिवारी के अनुसार इस मामले में वैज्ञानिक पद्धति के अलावा कई तरह से जांच की गई। अब विपीन सिंह की गिरफ्तारी के बाद ही इस राज का खुलासा होगा कि ये हत्याएं उसने अकेले कीं या उसके साथ और कोई था.

यह भी आशंका है कि विपीन ने कहीं बच्चियों के रात के खाने में कोई नशीली चीज तो नहीं मिला दी जिसके खाने बाद बच्चिायां बेहोश या गहरी नींद में हो गई और बारी-बारी से उनकी हत्या कर दी गई। हालांकि इसकी पुष्टि शवों से लिए गए बेसरा की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही होगी। ‘रेयर आफ द रियरेस्ट श्रेणी ’ में आने वाले इस जघन्य हत्या कांड में तीन भाइयों में सबसे बड़े शशि भूषण सिंह की दो बेटियां जुली (18), स्वीटी (15), भरतभूषण सिंह की दो बेटियां स्वीटी (15), रेशमा (11) व विपीन सिंह की बेटी अमीषा (7) की हत्या की गई थी.
प्रेस कांफ्रेंस में एसपी ने बताया कि विपीन सिंह की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया है.

By Editor


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