मदरसों को अपनी घृणा का शिकार बनाने वाले भगवावादी शक्तियां अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मीलिया इस्लामिया के अल्पसंख्यक किरदार पर भी हमला बोल चुकी हैं. ये शक्तियां मदरसों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की नसीहत दे रही हैं.
जनता दल राष्ट्रवादी के राष्ट्रीय संयोजक अशफाक रहमान का कहना है कि देश में इन शक्तियों ने अफरातफरी फैला रखी है. उन्होंने कहा कि ये लोग एक तरफ देश को हिंदू राष्ट्र घोषित कर मुसलमानों की पहचान मिटाने पर तुली ये ताकतें दलितों को भी अपने हमले का निशाना बना रही हैं.
उन्होंने कहा कि फिर से एक बार बाबरी मस्जिद को राजनीतिक एजेंडा बनाया जा रहा है. इतना ही नहीं इनका निशाना अब काशी, मथुरा, ताजमहल और दिल्ली की जामा मस्जिद पर भी है. उन्होंने कहा कि हिटलर के हिंदुस्तानी औतरा अब मातृभूमि को हिंदू राष्ट्र बनाने पर तुले हैं. अशफाक रहमान ने कहा कि ये वही लोग हैं जिनका न तो देश के संविधान, अदालत, संसद और न ही राष्ट्रीय ध्वज पर विश्वास है.
रहमान ने भगवा ब्रिगेड से पूछा है कि हिंदुस्तान का मुसलमान तो हज के दौरान मक्का और मदीना में भी तिरंगा ध्वज लहराते हैं लेकिन वह बताये कि वे कुंभ के मेला में भी राष्ट्रीय ध्वज क्यों नहीं फहराते.
रहमान ने कहा कि इन्हें राष्ट्रीय ध्वज से कोई लेना देना नहीं और न ही इन्हें देशभक्ति से कोई मतलब है. रहमान ने कहा कि विडम्बना तो यह है कि देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भी तिरंगा से चेहरे का पसीना पोछता देखा गया है. कई बार तो उन्होंने राष्ट्रगान का भी अपमान किया है.
रहमान ने कहा जो लोग उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाते हैं, उनसे हिसाब लेने का समय आ गया है. भगवा ब्रिगेड से अब पूछा जाये कि वे नागपुर और कुंभ में भी तिरंगा लहरायें.