श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की तैयारी से जुड़ा एक अंतर्राष्ट्रीय प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन आज पटना के होटल मौर्या में किया गया था। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रेस कॉन्फ्रेंस को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करना था। सीएम के आने पूर्व मंच से जुड़ी सूचनाएं एकत्रित की जा रही थीं।
वीरेंद्र यादव
सूचना और जनसंपर्क विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा और पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर मीडिया वालों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। पीसी का आयोजन पर्यटन विभाग ने ही किया था। इस दौरान हरजोत कौर पटना के प्रमुख पत्रकारों का नाम लिख रही थीं, जो हॉल में मौजूद थे। इसमें बड़े अखबार/ चैनल के बड़े पत्रकारों का नाम संकलित कर रही थीं। इसी बीच एक वयोवृद्ध पत्रकार आए। उन्हें लगा कि पत्रकारों का नाम लिख रही हैं। सो उन्होंने अपना भी सुझाया। मैडम को लगा कि यह व्यक्ति बीच में खलखल पैदा कर रहा है। वयोवृद्ध ने बताया कि हम विधान परिषद प्रेस सलाहकार समिति के सदस्य हैं। इस पर मैडम को गुस्सा आ गया। बड़े पत्रकारों के बीच बूढ़ा पत्रकार कहां से आ गया। मैडम अपने तेवर में आ गयीं। उन्होंने पूछा- आप जानते हैं, मैं कौन हूं। बेचारे पत्रकार सकपकाये। फिर पत्रकार ने अभिवादन के मुद्रा में हाथ जोड़ा और दूर जाने ही अपनी भलाई समझा।
हरजोत कौर ने मुख्यमंत्री की उपस्थिति में स्वागत भाषण में गणमान्य लोगों के साथ कुछ ‘गणमान्य पत्रकारों’ का नाम भी लिया। पटना के बमुश्किल 4-5 पत्रकारों का नाम ही वे पढ़ पायीं, जिनका उन्होंने अपरे पन्ने पर नाम लिखा था। अपने पन्ने पर तो मैडम ने उस वयोवृद्ध पत्रकार का भी नाम लिखा था, लेकिन उनके नाम के साथ कोई बैनर नहीं लगा था। इसलिए बेचारे वयोवृद्ध पत्रकार स्वागत भाषण में अपना नाम जोड़े जाने का इंतजार ही करते रहे गए।