अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव ने उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दिये जाने के लगाये गये जा रहे कयासों पर विराम लगाते हुए आज कहा कि वह किसी पद के आकांक्षी नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव नतीजे आठ नवम्बर को घोषित किये जाने के बाद से ही राजनीतिक हलकों में कयास लगाये जा रहे हैं कि तेजस्वी यादव अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालेंगे। राजद विधायक दल की 13 नवम्बर को हुई बैठक में श्री लालू प्रसाद यादव को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया था।
श्री तेजस्वी यादव ने पटना में संवाददाताओं से कहा कि वह किसी पद के आकांक्षी नहीं हैं । उन्होंने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर के विकास के लिये किये गये वादे पर कायम हैं और उस क्षेत्र की तरक्की पर जोर देंगे । उन्होंने कहा कि यदि उन्हें किसी पद की लालसा होती तो वह लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान की तरह आसानी से राजद संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष बन गये होते।
नवनिर्वाचित विधायक ने कहा कि वह और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव बिहार के विकास के लिए पूरी गंभीरता से काम करेंगे, हालांकि उन्होंने इसके साथ ही कहा कि पार्टी नेतृत्व द्वारा दी गयी किसी भी जिम्मेदारी को स्वीकार करने के लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं । गौरतलब है कि बड़ी संख्या में राजद की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं ने लालू प्रसाद यादव के कनिष्ठ पुत्र तेजस्वी यादव को राजद विधायक दल का नेता नामित करने की पार्टी अध्यक्ष से मांग की है ।