मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दुहराते हुये कहा कि प्रत्येक जिले में सौर बिजली का उत्पादन किया जाएगा। श्री कुमार ने बांका जिले के सोनारी गांव में सौर ऊर्जा संयंत्र का निरीक्षण करने के बाद कहा कि राज्य के हर जिले में सौर बिजली का उत्पादन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में इस योजना को प्रायोगिक तौर पर कुछ जिले में लागू कर संबंधित जिले के हर घर में सौर बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाएगा। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन काफी कारगर है। उन्होंने कहा कि सोनारी सौर ऊर्जा संयंत्र काफी उपयोगी साबित हो रहा है।श्री कुमार ने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में तालाब हैं और इसमें बड़े पैमाने पर मछलियों का उत्पादन हो रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से सुविधाएं प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले राज्य में दूसरे प्रदेशो से मछलियां लायी जाती थी लेकिन अब इनके उत्पादन बढ़ने से उत्पादकों को अच्छी आमदनी भी हो रही है। उन्होंने कहा, “आज से 5-6 साल पहले मेरे मन में ये ख्याल आया कि तालाबों के नीचे मछली और ऊपर बिजली के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगा दिये जायें तो कितना अच्छा होगा। इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं। एक दो जगहों पर हमलोगों ने इसका प्रयोग भी किया है। मैने यहां भी कहा है कि आप पांच एकड़ के तालाब में एक मेगावाट की क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना कर सकते हैं। सौर ऊर्जा की तकनीक पहले बहुत महंगी थी लेकिन पिछले कुछ समय से इनकी कीमतें कम हुयी हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्नयन बांका योजना बहुत ही प्रभावी ढंग से काम कर रही है। इस तरह का उन्नयन कार्यक्रम अन्य जिलों में भी शुरू किया जाएगा। अभी वे 9वीं एवं 10वीं कक्षा के छात्रों के लिये 40 मिनट का पाठ्यक्रम तैयार किया है और पढ़ा रहे हैं। पढ़ाने की यह तकनीक असरदार है और इससे नई पीढ़ी के बच्चे बहुत गहराई से किसी भी चीज को जान सकेंगे। बुनियादी तौर पर बच्चे अगर पूरी गहराई से जान लेंगे, समझ लेंगे तो शिक्षा का व्यापक असर होगा और उनका जीवन बेहतर होगा। उनके लिए रोजगार की अपार संभावनाएं होंगी।