जल्द ही ऐसा हो सकता है कि विमान में सवार होने से पहले आपको बोर्डिंग पास लेने की जरूरत नहीं होगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय हवाई यात्रा को पूरी तरह डिजिटल बनाने पर विचार कर रहा है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने भारतीय उद्योग परिसंघ की सालाना बैठक के पहले दिन “डिजियात्रा” नामक इस योजना के बारे में बताते हुये कहा कि डिजिटल कार्य समूह ने इस तरह की सिफारिश की है, जिसके तहत टिकट खरीदने से लेकर यात्रा की समाप्ति तक भुगतान, टिकट, बोर्डिंग पास सब कुछ डिजिटल होगा। उन्होंने कहा कि यात्री अपने आधार कार्ड या पासपोर्ट से अपने टिकट को लिंक कर सकते हैं और उनका बोर्डिंग पास उनके मोबाइल पर ही आ जायेगा। इससे समय की काफी बचत होगी, क्योंकि यात्रियों को बोर्डिंग पास लेने के लिए कतार में नहीं खड़ा होना पड़ेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में डिजियात्रा का खाका तैयार हो जायेगा। उन्होंने कहा “डिजिटल कार्य समूह के माध्यम से हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह सर्वोत्तम प्रोटोकॉल या परंपराओं को अपनाया जा सकता है जिसे पूरे तंत्र में लागू किया जा सके। यदि इसे पूरे तंत्र में लागू किया जाता है तो हम लोगों को सुविधाजनक डिजिटल अनुभव मुहैया कराने में कामयाब होंगे।