नाम संगीत सोम. पहचान यूपी में भाजपा विधायक. मुजफ्फरनगर दंगों में जेल का सफर कर चुके हैं. दादरी में गौमाता की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाने का प्रण. और सनसनीखेज सच्चाई- बुच्चड़खाने के डायरेक्टर!!
यह हिंदुत्व का असली चेहरा है. दादरी में बीफ रखने के झूठे इल्जाम में अखलाक के सर को ईंट से कुचल कर मार देने वालों की भावनायें तब क्या कह उठेंगी जब उन्हें पता चलेगा कि उनका नेता खुद एक बुच्चड़खाने का डायरेक्टर है जहां रोजाना 500 गायों- बकरों-भेड़ों को जबह करने की योजना कभी इन्हीं संगीत सोम ने बनायी थी.
हिंदुस्तान टाइम्स के इस सनसनीखेज खुलासे पर दादरी के वे हिंदू भी सकते में हैं जिन्होंने आवेश में आ कर सीमा की हिफाजत में व्यस्त बेटे के बाप अखलाक को सर कुचल-कुचल कर मार डाला.
अखबार की सनसनीखेज रिपोर्ट बताती है कि यह वही संगीत सोम हैं जो अपने साथियों के साथ मिल कर अलदुआ मीट प्रोसेसिंग कम्पनी बनायी जिसमें रोजना 500 जानवरों को जबह करने की योजना थी. इतना ही नहीं संगीत सोम ने इसके लिए अलीगढ़ में जमीन भी खरीदी थी. संगीत सोम का असली चेहरा सिर्फ इतना ही नहीं है, संगीत सोम ने इस काम के लिए अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल करते हुए एक मुस्लिम को भी शेयर में रखा. उनका नाम है मुईनुद्दीन कुरैशी. संगीत सोम ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कुबूल किया कि जमीन की खरीददारी में वह शामलि थे लेकिन उन्होंने डायरेक्टर बनाये जाने के बारे में खुद को अंजान बताया.
बेपर्द हुए नकली हिंदू हितैषी
उधर हस्तेक्षप में संजय शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने श्री सोम द्वारा स्लाटर हाऊस की अनुमति मांगे जाने के कागज सीएम अखिलेश यादव को भी दिखा दिए हैं। अलीगढ़ में करोड़ों रुपए की जमीन पर यह विशाल स्लाटर हाऊस खोलने की तैयारी चल रही थी। यह बात दीगर है कि जब सरकार ने संगीत सोम को यह स्लाटर हाऊस खोलने की अनुमति नहीं दी तो उन्होंने यह जमीन बेच दी।
हालांकि इस खबर के प्रकाश में आने के बाद संगीत सोम बचाव की मुद्रा में आ गये हैं उन्होंने कहा कि वह हिंदू हैं और हिंदू धर्म के खिलाफ कोई काम नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि अगर यह साबित हो जाये कि वह फैक्ट्री स्थापित करना चाहते थे तो वह राजनीति छोड़ देंगे.
मुजफ्फनगर दंगों में जेल भी गये
पर सोम खुद से अब चाहे जो भी सफाई दें अब उनकी गर्दन फंसती जा रही है और उनका चेहरा सामने आ चुका है. यह वही संगीत सोम हैं जिन पर मुजफ्फरनगर में दंगों फैलाना का आरोप है. इतना ही नहीं वह इस मामले में जेल की हवा भी खा चुके हैं.
इस मामले के सामने आ जाने के बाद भाजपा और आरएसएस के नेताओं की बोलती बंद हो गयी है. इस मामले में ध्यान देने की बात तो यह है कि एक दिन पहले ही मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि मुजफ्फरनगर दंगा कराने वालों ने ही साजिश रची और दादरी कांड को अंजाम दिया. मुलायम यहीं नहीं रुके उन्होंने यहां तक कह डाला कि उनकी सरकार अपनी कुर्बानी दे कर भी इस मामले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
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