मालेगांव आतंकी विस्फोट के आरोपी कर्नल श्रीकांत पुरोहित की तीसरी बार जमानत रद्द कर दी गयी है. पुरहित साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के साथ मालेगांव आतंकी विस्फोट के अभियुक्त हैं.
पुरोहित ने सेना में रहते हुए हिंदूवादी संगठन अभिनव भारत का गठन किया था जिसके लोगों ने 29 सितंबर, 2008 को विस्फोट किया जिसमें सात लोग मारे गए थे। इस मामले में पुरोहित को साध्वी प्रज्ञा के साथ आरोपी बनाया गया है।
मीडिया खबरों के अनुसार इस मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने मई में उनके विरुद्ध आरोपपत्र दाखिल करते हुए कहा था कि अभिनव भारत का गठन कर उन्होंने सेवा शर्तो का उल्लंघन तो किया ही, वह भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात भी करते रहे। एनआइए ने कहा कि पुरोहित मालेगांव विस्फोट की साजिश के लिए हुई पांच बैठकों में शामिल हुए थे। इसी तथ्य का इस्तेमाल विस्फोट का शिकार हुए लोगों के वकील शरीफ शेख ने पुरोहित की जमानत का विरोध करते हुए किया.
सात साल से जेल में बंद पुरोहित का कहना है कि उन्हें सैन्य गुप्तचर शाखा की ओर से आतंकी संगठनों में घुसपैठ बनाने के निर्देश दिए गए थे और वह उसी मिशन में लगे थे। पुरोहित के अनुसार इस मिशन की जानकारी उनके अधिकारियों को भी थी।