केंद्र में सत्ता में आने के बाद भाजपा की रणनीति अधिक आक्रमक होती जा रही है। वह धार्मिक ध्रुवीकरण के लिए हिंसक राजनीति का भी सहारा ले रही है।
वीरेंद्र यादव
इस काम में आरएसएस और हिंदू महासभा जैसे संगठन उसे मदद पहुंचा रहे हैं। भाजपा की ओर से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद प्रमंडल के कांठ में धार्मिक तनााव फैलाने की कोशिश की गयी और स्थिति पर नियंत्रण करने पहुंची पुलिस पथराव भी किया गया, जिसमें डीएम की आंख पर गंभीर चोट आयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुुरादाबाद के भाजपा सांसद सर्वेश सिंह ने एक सार्वजनिक जगह पर जबरन माइक लगवाया। इस हटवाने की कोशिश को सांसद समर्थकों को नकार दिया। इसके बाद माइक उतरवाने के लिए महापंचायत बुलायी गयी। इसके बाद टकराव बढ़ गया और प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी।
ज्ञात हो कि माइक नहीं लगाने पर इससे पहले दोनो समुदाय के लोग समहत हो गये थे. इसके लिए बाजाब्ता सहमति बनी थी. लेकिन आरएसएस ने इस सहमति को नकारने के लिए स्थानीय भाजपा नेताओं पर दबाव बनवाया.
इसके लिए भाजपा के लोग सड़क पर आ गये.भाजपा समर्थकों ने रेल ट्रैक को भी जाम कर दिया। इस कारण ट्रेनों का परिचालन रुट बदल कर करना पड़ा। हालांकि मुरादाबाद के कमिश्नर शिवशंकर सिंह ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी गरमा गयी है और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।
एसएसपी धर्मवीर सिन्हा ने कहा कि विवाद के लिए भाजपा जिम्मेदार है, जबकि भाजपा विधायक संगीत सोम ने कहा है कि राज्य सरकार विवाद पैदा कर बदहाल कानून-व्यवस्था से लोगों का ध्यान हटाना चाहती है।
मुजफ्फरनगर दंगे की आंच अभी मंंद ही हुई थी कि उसे सुलगाने का प्रयास तेज किया जा रहा है। भाजपा सांप्रदायिक गोलबंदी के लिए धार्मिक मुद्दों को उकसा रही है। मुरादाब में चुनाव होना है. उत्तरप्रदेश में लोकसभा चुनाव में मिली भारी सफलता के उत्साह को वह मंद नहीं पड़ने देना चाहती है।