बीते 8 जुलाई को कश्मीर घाटी में प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के भारत माड्यूल के शीर्ष कमांडर बुरहान वाणी व उसके दो साथियों को मार गिराकर भारतीय सुरक्षा बलों ने ‘हिजबुल मुजाहिदीन’ की घाटी में कमर तोड़ दी है। इन तीनों की मौत से इस संगठन को किस प्रकार क्षति पहुंची है यह आतंकी संगठनों के सदस्यों और समर्थकों द्वारा संचालित ‘फेसबुक’ वॉल पर देखा जा सकता है।
विनायक विजेता
अपने शीर्ष कमांडर सहित तीन साथियों की मौत की आतंकी अपने फेसबुक वॉल पर उतार रहें हैं। वाल पर सक्रिय उसके समर्थकों ने अपनी या अलगाववाद समर्थित तस्वीरों को हटाकर अपनी प्रोफाइल तस्वीर में बुरहान की रंगीन से ब्लैक एंड व्हाइट बनाई गई तस्वीर लगाने और लगवाने की मुहिम चला रखा है।
कई आतंकियों ने तो मारे गए तीनों आतंकियों की तस्वीर और उनका सही नाम (सेहराज बुरहान उर्फ बुरहान वाणी, भट्ट आसिफ उर्फ खालिद एवं अजीम तालीब उर्फ फराज) भी अपने वॉल पर डाल रखा है।
बुरहान और उसके दो साथियों की मौत के बाद बीते 9 जुलाई से ही अलगाववादी सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए पर आज सुबह से ही उनकी सक्रियता में काफी तेजी आ गई है।
बुरहान की विभिन्न तस्वीरों के साथ भारत विरोधी गाने के वीडियो क्लीप से अलगाववादियों का फेसबुक वॉल पटा पड़ा है जिसमें इन आतंकियों के मौत के विरोध में दो दिनों से कश्मीर में जारी हिंसा और उससे संबंधित पाकिस्तानी चैनलों की खबर भी शामिल है। आतंकी और अलगाववादी समर्थक अपने वॉल पर भड़काऊ प्रतिक्रिया तो डाल ही रहे हैं, कश्मीर में जारी हिंसा की आग को और फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।