हिन्दी साहित्य सम्मेलन का ४०वाँ महाधिवेशन शनिवार को
‘विद्या–वारिधि‘की उच्च उपाधि से विभूषित होंगी न्यायमूर्ति मृदुला मिश्र
सम्मानित होंगे कई विद्वान , होगा कवि–सम्मेलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी,
महात्मा गांधी और आचार्य देवेंद्र नाथ शर्मा को समर्पित है पूरा आयोजन
२ मार्च को प्रातः १० बजे से आरंभ हो रहे, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के ४०वें महाधिवेशन में चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की कुलपति न्यायमूर्ति मृदुला मिश्र को, सम्मेलन की उच्च मानद उपाधि ‘विद्या–वारिधि‘प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। पूर्ण दिवसीय इस महाधिवेशन में हिन्दी भाषा और साहित्य की मूल्यवान–सेवा करने वाले कई अन्य विद्वानों को भी सम्मानित किया जाएगा। उद्घाटन सत्र के अतिरिक्त दो वैचारिक सत्र, कवि–सम्मेलन तथा संध्या में मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संपन्न होगा, जिसमें ३५ कलाकारों द्वारा नृत्य–नाटिका‘सीतायन‘ की प्रस्तुति होगी।
साहित्य सम्मेलन में आयोजित की गई कार्यसमिति की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए, सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि, सम्मेलन की स्थापना के शती–वर्ष में आयोजित यह महाधिवेशन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा महान साहित्यसेवी आचार्य देवेंद्र नाथ शर्मा को समर्पित है, जिनका यह क्रमशः सार्ध–शती तथा जन्म–शती वर्ष है। उन्होंने बताया कि, अधिवेशन के उद्घाटन–सत्र में प्रसिद्ध गांधीवादी चितंक डा रामजी सिंह, प्रो मंगलमूर्ति, प्रो विनयशील गौतम, डा अमर कुमार सिंह तथा डा क़ासिम ख़ुर्शीद समेत अन्य विद्वानों को नामित–अलंकरणों से सम्मानित किया जाएगा।
डा सुलभ के अनुसार भोजनावकाश के पूर्व संपन्न होनेवाले प्रथम वैचारिक–सत्र में‘गांधी–दर्शन और साहित्य‘ विषय पर चर्चा होगी, जिसमें मुख्य–वक़्ता के रूप में, डा रामजी सिंह अपना व्याख्यान देंगे।दूसरे सत्र में ‘आचार्य देवेंद्र नाथ शर्मा एवं काव्य में अलंकार शास्त्र‘ विषय पर संगोष्ठी होगी, जिसमें प्रो मंगलमूर्ति, डा विनयशील गौतम, प्रो बासुकीनाथ झा अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। तीसरा सत्र‘खुला–सत्र होगा, जिसमें राज्य भर से आए प्रतिनिधि अपने विचार रखेंगे। इसके पश्चात कवि–सम्मेलन संपन्न होगा, जिसका उद्घाटन हिंदी प्रगति समिति के अध्यक्ष कवि सत्यनारायण करेंगे। संध्या में सम्मेलन की कलामंत्री पल्लवी विश्वास के निर्देशन में, साहित्य सम्मेलन नृवागा संगीत अकादमी के सौजन्य से डा शांति जैन द्वारा लिखित नृत्य–नाटिका‘सीतायन‘ की प्रस्तुति होगी।
कार्य समिति की बैठक में सम्मेलन के उपाध्यक्ष नृपेंद्र नाथ गुप्त, डा शंकर प्रसाद, डा मधु वर्मा, डा कल्याणी कुसुम सिंह, प्रधान मंत्री डा शिववंश पाण्डेय,साहित्यमंत्री डा भूपेन्द्र कलसी, प्रो बासुकीनाथ झा, योगेन्द्र प्रसाद मिश्र, राज कुमार प्रेमी, आचार्य आनंद किशोर शास्त्री, आरपी घायल, डा मेहता नगेंद्र सिंह, डा विनय कुमार विष्णुपुरी,श्रीकांत सत्यदर्शी,कृष्णरंजन सिंह,पुष्पा जमुआर, अंबरीष कांत, डा नागेश्वर यादव, कुमार अनुपम,आनंद किशोर मिश्र तथा डा अमरनाथ प्रसाद उपस्थित थे।