मुंबई में 26/11 हमलों के आरोपी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली ने भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है. उसने कहा कि एनआईए को उसने इशरत जहां के बारे में कुछ कहा ही नहीं था. उसने कहा कि उसके बयान के कुछ हिस्से को गलत तरीके से रिकॉर्ड किया और जो बयान उसने एनआईए को दिए थे उसे उसको पढ़कर नहीं सुनाया गया था. हेडली ने साथ ही यह भी कहा कि इशरत के बारे में उसने एनआईए को कोई बयान नहीं दिया.
मीडिया की खबरों के अनुसार, डेविड हेडली ने उन आरोपों को खारिज किया है कि एनआईए ने मुझे इशरत का नाम लेने की सलाह नहीं दी थी। उन्होंने मुझसे जो सवाल किये, उसके मैंने जवाब दिए। वो भला मुझे इशरत का नाम लेने के लिए क्यों कहेंगे?
मैंने तहव्वुर राणा के अमेरिका में ट्रायल के दौरान इशरत का नाम इसलिए नहीं लिया क्योंकि उन्होंने मुझसे इस बारे में सवाल नहीं किया. इससे पहले गुरुवार को जिरह के दौरान हेडली ने कहा था कि लश्कर ने शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को मारने की कोशिश करने के लिए दो बार शिवसेना भवन की रेकी की थी.