पत्रकारों की अफरा-तफरी, गृह सचिव की अनुपस्थिति और पीसी के लिए जगह की तलाश। पुराना सचिवालय की प्रथम मंजिल पर होम सेक्रेटरी के कार्यालय के बाहर करीब 20 मिनट तक हर तरफ एक ही सवाल था- पीसी कहां होगा। कई विकल्पों पर विचार हुआ और आखिरकार खुले आकाश में पीसी करने का निर्णय हुआ। गुनगुनाती धूप में ओपेन एयर पीसी। कैमरे वाले अपने-अपने एंगल बनाकर तैयार। अधिकारियों के पीछे लिखेन वाले पत्रकार भी खड़े हो गए। करीब 20 मिनट चले इस पीसी में दोनों अधिकारियों ने बारी-बारी से अपनी बात रखी और पत्रकारों के सवालों का जवाब भी दिया।
तीन अक्टूबर को गांधी मैदान में रावण दहन के दौरान हुई भगदड़ में हुए हादसे की जांच कर रही टीम ने कल अपनी रिपोर्ट सौंप दी। जांच दल में गृह सचिव अमीर सुबहानी और अपर पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय में शामिल थे। गृहसचिव ने रिपोर्ट के संबंध में जानकारी देने के लिए आज दस बजे सचिवालय स्थित अपने कक्ष में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया था। इसके लिए पत्रकार साढ़े नौ बजे से ही पहुंचने लगे थे। लेकिन दस बजे तक खुद गृहसचिव ही नहीं पहुंच पाए थे। थोड़ी देर बाद वह सचिवालय पहुंचे। लेकिन पत्रकारों की भीड़ देखकर वह अचंभित थे। उनकी समस्या थी कि इतने पत्रकार बैठेंगे कहां। उनके कार्यालय में इतनी जगह नहीं है।
सचिवालय में एक सभा कक्ष है। तय हुआ कि सभा कक्ष में पीसी होगा, लेकिन यहां भी संकट। क्योंकि इसकी चाबी वित्त विभाग के चपरासी के पास रहती है। आज छुट्टी का दिन था। सामान्य दिन में भी वह गृहविभाग से चिट्ठी मिलने के बाद ही ताला खोलता है। उस चपरासी का मोबाइल भी नहीं लग रहा था। फिर तय हुआ कि नीचे लॉबी में पीसी कर लिया जाए। उनके साथ पत्रकारों की भीड़ भी नीचे पहुंचने लगी। लेकिन लॉबी से आगे पत्रकार खुले आकाश में कैमरा सजा चुके थे। लेकिन सवाल था कि कैमरे का माइक कहां रखा जाएगा। जल्दी-जल्दी में दो कुर्सियां व एक टेबुल की व्यवस्था की गयी। फिर शुरु हुआ होम सेक्रेटरी का ओपेन एयर पीसी।