11 माननीय लोकसभा में आजमा रहे हैं किस्मत
इस बार के लोकसभा चुनाव में ऐसे 11 दिग्गज जोर आजमाने के लिए मैदान में हैं, जिनके दोनों हाथों में लड्डू है लोकसभा की कुल 40 सीटों के लिए सात चरणों में हो रहे चुनाव में 11 माननीय फिर से चुनावी दंगल में कूद पड़े हैं। इन माननीयों के दोनों हाथों में लड्डू है क्योंकि वे ऐसे उम्मीदवार हैं, जो पहले से या तो विधायक, विधान पार्षद् या राज्यसभा सांसद हैं। यदि वह जीतते हैं तो उन्हें नयी पारी खेलने का मौका मिलेगा और हार गये तो भी कोई नुकसान नहीं होगा।
इस बार की चुनावी दौड़ में भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद, लोक जनशक्ति पार्टी एवं जनता दल यूनाइटेड के विधान पार्षदों के साथ ही हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और जदयू के विधायक हैं, जो पहले से ही माननीय है।
लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा का ऐसे दिग्गज टिकट की जुगत में माहिर माने जाते हैं। इस रेस में राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन सबसे आगे है। राजद ने ऐसे कुल पांच दिग्गजों को इस बार के चुनावी मैदान में उतारा है। राजद ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के समधी एवं विधायक चंद्रिका प्रसाद राय को सारण से उम्मीदवार बनाया है जबकि श्री यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से चुनावी दंगल में उतारा गया है।
राजद ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी को दरभंगा से, पूर्व मंत्री एवं विधायक शिवचंद्र राम को हाजीपुर (सुरक्षित) से तथा पूर्व मंत्री एवं विधायक सुरेंद्र यादव को जहानाबाद से टिकट देकर चुनावी रण में उतारा है। वहीं, महागठबंधन के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो एवं विधायक जीतनराम मांझी गया (सुरक्षित) सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं।
इसी तरह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक भाजपा ने पटना साहिब से राज्यसभा सांnewsसद एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दी है वहीं राजग के घटक जदयू ने मुंगेर लोकसभा सीट से बिहार के जल संसाधन मंत्री एवं विधान पार्षद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को, सिवान सीट से विधायक श्रीमती कविता सिंह को तो मधेपुरा से आपदा प्रबंधन मंत्री एवं विधायक दिनेश चंद्र यादव को उतारा है।
वहीं राजग के एक अन्य घटक लोजपा ने बिहार के मंत्री एवं विधान पार्षद् पशुपति कुमार पारस को हाजीपुर (सुरक्षित) क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। यह नेता चुनाव जीते या हारे इनके दोनों ही हाथों में लड्डू रहेगा और यह माननीय ही कहे जाएंगे। जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राजद की मीसा भारती, सुरेंद्र यादव और अब्दुल बारी सिद्दीकी को छोड़कर सभी नेता पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।