जेल महानिरीक्षक ने बिहार के जेल अधीक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है पर इस पर विवाद भी शुरू हो सकता है.
हालांकि केन्द्रीय जेल के अधीक्षक को आइपीएस की तरह कालर डाग व अशोक स्तंभ लगाने की इजाजत दी गई है.
पुलिस महकमे के कुछ अधिकारियों ने सवाल उठाया है कि कारा अधीक्षकों को आईपीएस की नकल करते हुए ड्रेस कोड दिया जाना कहां तक उचित है.
एक अधिकारी ने कहा कि गृह विभाग बिहार पुलिस सेवा से प्रोमोट हुए एसएसपी को एसपी स्वीकार करने में कतराती है तो वह कारा अधीक्षकों को आईपीएस की नकल करके ड्रेस कोड कैसे दे सकती है.
मालूम हो कि सरकार ने केद्रीय कारा अधीक्षकों और उप कारा अधीक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है जो इस प्रकार है-
अधीक्षक केन्द्रीय कारा : आम दिनों में दो जोड़ी उजला निकेल स्टार, एक जोड़ी उजला अशोक स्तंभ, आइपीएस की तर्ज पर एक जोड़ी कालर डाग, कंधे पर बिहार कारा लिखा होगा. वर्दी खाकी होगी. पी कैप भी आइपीएस की तरह ही होगा.
अधीक्षक जिला जेल : एक जोड़ी उजला निकेल स्टार, एक जोड़ी उजला अशोक स्तंभ, कंधे पर बिहार कारा लिखा होगा.वर्दी खाकी होगी. पी कैप भी आइपीएस की तरह ही होगा.
उपकारा अधीक्षक : खाकी वर्दी, एक जोड़ी अशोक स्तंभ, कोई स्टार नहीं, कंधे पर बिहार कारा लिखा होगा. वर्दी खाकी होगी. पी कैप भी आइपीएस की तरह ही होगा.