हज यात्रा पर जाने के लिए भरे जाने के लिए आवदन जमा करने की अंतिम तारीख 6 फरवरी है लेकिन अभी तक 5500 आवेदन ही जमा कराये गये हैं जबकि बिहार का कोटा 9600 का है.
बिहार हज कमेटी ने हज यात्रा पर जाने वालों के लिए पटना के अलावा कटिहार, अररिया समेत अनेक स्थानों पर कैम्प कार्यालय खोल कर फार्म जमा कराने की सुविधा दी है.
अब तक जितनी संख्या में हज फार्म जमा कराये गये हैं उसस लगता है कि 9600 आवेदन शायद ही आ सकें. हज कमेटी के चेयरमैन हाजी इलियास उर्फ सोन बाबू को आशा है कि कम से कम 7000 फार्म जमा हो सकते हैं क्योंकि अंतिम दिन यानी रविवार व सोमवार को ज्यादा लोग आवेदन जमा करेंगे.
गौरतलब है कि इस बार केंद्र सरकार के प्रयासों से भारत के लिए हज कोटा में इजाफा हुआ है. इसी आधार पर बिहार का हज कोटा 9600 तय किया गया है. हालांकि विगत वर्षों के आंकड़ें देखें तो बिहार से हज को जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती गयी है लेकिन अभी तक किसी भी साल हज का बिहार का कोटा फुल नहीं होता.
हालांकि सन 2002 के बाद से अब तक हज पर जाने वालों की संख्या में 5 गुणा इजाफा हुआ है. 2002 में बिहार से 1400 आजमीन ए हज , हज करने गये थे. पिछले साल यह संख्या 6 हजार के करीब थी. हालांकि इस वर्ष उम्मीद जताई जा रही है कि यह संख्या 7 हजार के करीब पहुंच सकती है.