महज 14 वर्ष की उम्र में आंगनबाड़ी सेविका की नौकरी प्राप्त करने का भांडा फूटने से मध्यप्रदेश के टीकम गढ़ प्रशासन में हड़कम्प मच गया है.
सहारा समय के अनुसार मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में महिला और बाल विकास विभाग में 14 वर्षीय एक बालिका को आंगनबाड़ी सहायिका के तौर पर नौकरी दिये जाने का मामला सामने आया है. ध्यान रहे कि किसी तरह की सरकारीसेवा के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 18 है. वहीं दूसरी तरफ 14 वर्ष या इससे कम उम्र में काम कराना बाल अपराध की श्रेणी में भी आता है.
हालांकि यह मामला वर्ष 2004 का है. लेकिन गांव के ही एक व्यक्ति ने बालिका की पांचवी की अंकसूची विभाग में दी, जिसके बाद कल यह मामला सामने आया.
जिला महिला और बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह ने बताया कि बल्देवगढ़ के तत्कालीन परियोजना अधिकारी राजेश जैन के विकासखंड कोटरा में रेखा विश्वकर्मा की नियुक्ति आंगनबाड़ी सहायिका के तौर पर की गई थी.
उन्होंने बताया कि रेखा की पांचवी कक्षा की अंकसूची में उसकी जन्मतिथि 7 जुलाई 1990 दर्शाई गई है और वर्ष 2004 में जब उसकी नियुक्ति हुई थी तब उसकी उम्र 14 वर्ष से भी कम थी.
सिंह ने इस मामले में भ्रष्टाचार की आशंका से इंकार नहीं किया.
उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर इस बाबत शासन को लिखा जायेगा