लालू प्रसाद यादव राष्ट्रीय जनता दल के 9वीं बार अध्यक्ष चुना तय हो गया है.18 वर्ष पुरानी इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर उन्होंने शुक्रवार को नामांकन भर दिया.जानिये राजद के बारे में कुछ दिलचस्प बातें.
5 जुलाई 1997 को राष्ट्रीय जनता दल का गठन हुआ था. इससे पहले लालू जनता दल में थे. लेकिन नई दिल्ली में रघुवंश प्रसाद सिंह, कांति सिंह समेत लोकसभा के 17 और राज्य सभा के आठ सदस्यों ने मिल कर राजद का गठन किया.
लालू प्रसाद के नेतृत्व में राजद ने 1997 से ले कर लगातार 2005 तक बिहार में शासन में रहा. 2005 में हुए चुनाव में राजद बिहार की सरकार से बाहर हुई लेकिन लालू के नेतृत्व में ही 2015 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी ने पुनर्वापसी करते हुए बिहार की सतता में सहयोगी बना.
लालू प्रसाद ने आत्मविश्वास से भरे लहजे में अपने नामांकन की घोषणा करते हुए फेसबुक पर लिखा है कि आज मैंने राजद अध्यक्ष पद पर फिर से चुने जाने के लिए नामंकन भर दिया है.
हालांकि 1997 में गठन के बाद लालू के नेतृत्व में हए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने दस सीटें गंवा दीं. तब लालू प्रसाद खुद भी चुनाव हार गये थे. लेकिन इसके बाद सन 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में राजद ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए बिहार की सत्ता पर फिर से कब्जा जमा लिया.
लालू प्रसाद का अध्यक्ष चुना जाना तय है. क्योंकि पार्टी में उन्हें चुनौती देने की हैसियत किसी की भी नहीं है.
गौरतलब है कि हाल ही में रामचंद्र पूर्वे को पर्टी की बिहार इकाई का बिना किसी विरोध के अध्यक्ष चुना गया है.