बिहार में हो रही ताबड़तोड़ हत्याओं के खिलाफ इंडिया गठबंधन 20 जुलाई को पूरे प्रदेश में आक्रोश मार्च निकालेगा। गठबंधन के नेताओं की पटना में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, सीपीआई (माले) के राज्य सचिव कुणाल, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव ललन चौधरी, सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय, वीआईपी के प्रदेश अध्यक्ष बालगोविंद बिंद, कोंग्रेस के कृपानाथ पाठक उपस्थित थे।
मुकेश सहनी के पिता की हत्या के बाद आज सारण में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या से राज्य में सनसनी फैल गई। सारण के रसूलपुर थाना के घानाडीह गाँव में अपने घर की छत पर सो रहे पिता और उनकी दो नाबालिग बेटियों को धारदार हथियार से अपराधियों ने हत्या कर दी। माँ की हालत भी चिंताजनक है। इधर पटना के संपतचक में पदास्थापित टीका वितरण अधिकारी सुमित सिन्हा की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी।
भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने मुकेश सहनी से मुलाकात के बाद कहा कि बिहार में ये कैसा सुशासन है, कि घर में सोये लोग भी सुरक्षित नही है। कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने घटनाओं पर रोष जताते हुए पूछा कि 18 साल से क्या कर रहे हैं नीतीश कुमार, न हत्याएं रुक रही हैं और न ही करप्शन थम रहा है।
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पटना में इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद जानकारी देते हुए राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि आगामी 20 जुलाई को इंडिया गठबंधन दलों द्वारा संयुक्त रूप से सभी जिला मुख्यालयों पर प्रतिरोध मार्च निकाल कर जिला अधिकारी को संयुक्त ज्ञापन सौपा जाएगा तथा विधानसभा सत्र के दौरान कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिए अपराध की बेलगाम घटनाओं पर चर्चा कराई जाएगी तथा सरकार से जवाब मांगा जाएगा। राज्य की एनडीए सरकार पहले पुलों के ध्वस्त होने से घिरी थी और अब अपराध की घटनाओं पर रोक लगाने में विफल साबित हो रही है।