मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार के विकास के दावों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 2010 के बाद बिहार बदहाल हो गया है। 2005-2010 के बीच के कार्यों के कारण बिहार का दुनिया में नाम हो रहा था, सरकार को यश मिला रहा था। लेकिन 2010 के बाद स्थित बदली है। अब जनता की नाराजगी सुननी पड़ रही है। आज पटना में पुलिस व नागरिक प्रशासन के वरीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि वाहनों में ओवर लोडिंग हो रहा है। इससे सड़कें बदहाल हो रही है। इससे राजस्व की भी हानि हो रही है। डीएम व एसपी को इस पर निगरानी करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओवर लोडिंग के धंधे में लगे लोग कहते हैं कि पैसा ऊपर तक जाता है। आखिर वह पैसा ऊपर कहां जा रहा है।
बिहार ब्यूरो प्रमुख
इस बैठक में डीएम, प्रमंडलीय आयुक्त, एसपी, आई, डीआईजी, सभी विभागों के प्रधान सचिव व सचिव भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री के साथ जलसंसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बैठक को संबोधित किया। कैबिनेट के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि उनके आदेशों और निर्देशों का पूरा पालन किया जाएगा। मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था सरकार की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कृतसंकल्प है।
सवाल विश्वसनीयता का भी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अधिकारियों की कार्यक्षमता और दक्षता पर पूरा विश्वास है। हमारे अफसर ईमानदार भी हैं। लेकिन यदि हम जनता को संतुष्ट नहीं कर सकते हैं, योजनाओं का लाभ उन तक नहीं पहुंचा सकते हैं तो हमारी और आपकी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठेगा। ऐसी नौबत नहीं आए, इसके लिए आपलोगों को ही पहल करनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी पैक्स का चुनाव होना है। जिलाधिकारी सुनिश्चित करें कि हर घर का एक सदस्य पैक्स का मेम्बर जरूर हो। यदि इस काम में समय लगेगा तो चुनाव की तिथि भी बढ़ायी जाएगी।
कार्यक्रमों का शिड्यूल
पहले सत्र में सभी अधिकारियों की सामूहिक बैठक हुई, जिसमें पूरे समय तक मुख्यमंत्री स्वयं उपस्थित थे। इस दौरान पहले अधिकारियों ने अपनी बात रखी और अपनी उपलब्धि और कार्ययोजना से सीएम को अवगत कराया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपना संबोधन किया। दूसरे सत्र में प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की बैठक संवाद सभागार में जारी रही, जबकि पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में पुलिस पदाधिकारियों की बैठक मुख्य सचिवालय में हुई। इस दौरान सभी विभाग के वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे। दोनों जगहों पर प्रशासनिक मशीनरी को सक्षम, गतिशील और कार्यशील बनाने पर विमर्श हुआ और विकास योजनाओ की समीक्षा भी हुई।
(तसवीर फोटो जर्नलिस्ट सोनू किशन के सौजन्य से )