मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि वर्ष 2018 के अंत तक हर घर को बिजली और इस वर्ष के अंत तक हर गांव को बिजली उपलब्ध करा दी जायेगी। श्री कुमार ने पटना में एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार लगातार बिहार में बिजली की स्थिति को सुधारने का प्रयास कर रही है और इस वर्ष के अंत तक हर गांव में बिजली उपलब्ध करा दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि अगले वर्ष तक हर घर को बिजली मिलेगी और इसके लिये सरकार की ओर से पूरी गंभीरता से योजना लागू की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के पूर्व बिहार में सड़क की स्थिति बहुत खराब थी। इसे सुधारने के लिये नयी सड़कें बनाये जाने के साथ ही उनके लिए मेंटेनेन्स पॉलिसी बनायी गयी। उन्होंने कहा कि शुरू में किसी भी जिले से पटना आने के लिये छह घंटे का लक्ष्य रखा गया था और इसे प्राप्त करने के लिये सड़कें भी बनायी गयी थीं। इस लक्ष्य को हासिल करने के बाद अब राज्य के किसी भी जिले से कम से कम पांच घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
श्री कुमार ने कहा कि वर्ष 2005 में जब वह सत्ता में आये थे तब बिहार में 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के लगातार प्रयास के बाद अब ऐसे बच्चों की संख्या एक प्रतिशत से भी कम रह गयी है। उन्होंने कहा कि पहले बिहार में पता भी नहीं चलता था कि कहां स्कूल है लेकिन अब हर जगह स्कूल नजर आते हैं।