2024 में BJP को पटखनी देने के लिए लालू ने किस बात पर दिया जोर
2024 लोकसभा चुनाव में BJP को पटखनी देने के लिए कई मुद्दे चर्चा में। महंगाई, बेरोजगारी, अडानी से लेकर और नफरती राजनीति मुद्दे। लालू ने किस बात पर दिया जोर।
2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को पटखनी देने के लिए कई मुद्दे चर्चा में हैं। इनमें महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और अडानी से लेकर और नफरती राजनीति को विपक्षी दल अलग-अलग राज्यों में मुद्दा बना रहे हैं। कर्नाटक में ये मुद्दे प्रमुख थे। जाहिर है, लालू प्रसाद भी इन मुद्दों को उठाएंगे, लेकिन वह कौन सा मुद्दा होगा, जिस पर वे बिहार में जोर देंगे?
राजद प्रमुख लालू प्रसाद चुनावी मैदान में उतर जाएं, तो सामने वाले को कब कहां घेर लेंगे, कहा नहीं जा सकता। 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री मोदी को घेरा था। आरएसएस को घेरा था। ऐसा घेरा कि जिसका जवाब भर चुनाव भाजपा नहीं दे पाई। तब उन्होंने संघ प्रमुख के आरक्षण पर विचार करने के बयान को बवाली मुद्दा बना दिया था।
अब लालू प्रसाद ने एक बार फिर सामाजिक न्याय के विचार को आक्रामक ढंग से आगे बढ़ाने वाला जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाया है। लालू प्रसाद ने ट्वीट किया-केंद्र सरकार घड़ियाल की गिनती कर लेती है लेकिन देश के बहुसंख्यक गरीबों, वंचितों, उपेक्षितों, पिछड़ों और अतिपिछड़ों की नहीं? RSS/BJP देश के OBC को जानवरों से भी बदतर मानती है इसलिए इन्हें जातीय गणना और जातीय सर्वे से दिक्कत है। BJP को पिछड़ों से इतनी नफरत और दुश्मनी क्यों?
केंद्र सरकार घड़ियाल की गिनती कर लेती है लेकिन देश के बहुसंख्यक गरीबों, वंचितों, उपेक्षितों, पिछड़ों और अतिपिछड़ों की नहीं?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 17, 2023
RSS/BJP देश के OBC को जानवरों से भी बदतर मानती है इसलिए इन्हें जातीय गणना और जातीय सर्वे से दिक्कत है।
BJP को पिछड़ों से इतनी नफरत और दुश्मनी क्यों?… pic.twitter.com/VMlw1TOqxf
लालू प्रसाद ने साफ कर दिया है कि आर्थिक मुद्दे रहेंगे। उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा, पर जोर जातिगत गणना पर होगा। यही वह दांव है, जिसका जवाब भाजपा के पास नहीं है। लालू प्रसाद जानते हैं कि अगर दलित-पिछड़ों को जगा दिया गया, तो भाजपा पस्त हो जाएगी।
उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कौन है बाबा। भाजपा ऐसे ही बाबा को लेकर आएगी। लालू प्रसाद भाजपा के किसी ट्रैप में फंसने वाले नहीं हैं। उन्हें पता है कि किस ताकत की बदौलत भाजपा को शिकस्त दी जा सकती है।
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