गुजरात के व्यवसायी पुत्र सुहैल हिंगोरा अपहरण मामले में बिहार में भूचाल की स्थिति है. दमन-गुजरा से लेकर बिहार तक हड़कम्प है वहीं पत्रकार ज्ञानेश्वर बता रहे हैं कि अब राज़फाश होने वाला है
सूरत के कारोबारी सोहेल हिंगोरा के अपहरण का पूरा राज खोलने की तैयारी में दमन पुलिस ठीक से जुटी है । गुजरात पुलिस सहयोग कर रही है । कामयाबी बिहार और झारखंड पुलिस के आपरेशन पर आश्रित होगी । दमन-गुजरात से खबर है कि गिरफ्तार रंजीत से ‘हड्डी तोड़’ पूछताछ हुई है । बहुत कुछ उगला है इसने ।
नरेन्द्र मोदी की कूद के बाद गुजरात पुलिस ने अपहर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई में ‘इंट्री’ पाने की कसरत भी करीब-करीब पूरी कर ली है । आधार रंजीत की पूछताछ और इंटेलीजेंस इनपुट के साथ अपहरण के पहले बदमाशों की कसरत को बनाया जा रहा है । कहा जा रहा है कि सोहेल हिंगोरा के अपहरण के बाद गुजरात के कुछ और कारोबारियों को अपहर्ता-गिरोह टारगेट में लेने को तैयार था । इसी आधार पर अलग प्राथमिकी दर्ज कर बिहार के अपहर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई में गुजरात पुलिस ‘स्ट्राैइकर’ बनने को तैयार हो चुकी है । दमन गुजरात की सीमा पर है । पता यह भी लगाया गया है कि अपहर्ता सोहेल हिंगोरा की रेकी सूरत से दमन तक कर रहे थे । बाद में अपहरण को अंजाम दमन में ही दिया गया ।
मामले का राजनीतिक मोड़
सोहेल हिंगोरा के पिता हनीफ भाई हिंगोरा ने अपहरण में खादी-खाकी गठजोड़ का आरोप लगाया है । वैसे सबूत के तौर पर वे कुछ अभी दे नहीं रहे,सिर्फ होने की बात करते हैं । बहुतों को वे पालिटिकल लाइन पर जाते भी दिख रहे हैं । दमन में भी रंजीत से चल रही पूछताछ में अब तक सीधे तौर पर बिहार के किसी राजनेता की संलिप्त ता की बात सामने नहीं आई है । हालांकि इस बारे में बहुत कुछ कुरेदा जा रहा है । कुछ मीडिया चैनल्सइ व अखबारों की इस खबर पर भी जांच से जुड़े अधिकारी आश्चमर्य कर रहे हैं कि फिरौती की राशि किसी राजनेता के घर दी गई है । बताया गया कि फिरौती की राशि पटना में जरुर दी गई थी,लेकिन किसी के घर में नहीं । हां,जांच टीम को यह जानना आवश्यिक प्रतीत हो रहा है कि कोई संरक्षण प्राप्तक किये बगैर अपहर्ता पटना से करोड़ों की फिरौती कैसे वसूल ले गया । आधिकारिक तौर पर वसूली गई फिरौती अब भी नौ करोड़ रूपये ही है,भले ही चर्चा इससे बहुत अधिक की हो रही हो ।
शादी का वीडियो खोलेगा राज
दमन पुलिस गुजरात पुलिस के साझा प्रयास के साथ फिलहाल गिरफ्तार रंजीत की शादी में हुई वीडियोग्राफी और फोटोग्राफ्स को प्राप्त करने में लगी है । बिहार पुलिस से किसी भी कीमत पर इसे उपलब्धि कराने को दमन पुलिस ने मदद की गुहार की है । बताते चलें कि सोहेल हिंगोरा को कब्जेस में रखने के दौरान ही रंजीत की शादी हुई । इस शादी में अपहरण का मास्ट रमाइंड दीपक सिंह भी शामिल हुआ । दीपक रंजीत का भाई है । माना जा रहा है कि कब्जेम के अंतिम दिनों में हुई शादी में पूरा गिरोह मौजूद था । वीडियो मिलने से पुलिस के लिए पूरे गिरोह की शिनाख्तं आसान हो जायेगी । साथ में यह भी खुलेगा कि शादी और अन्य समारोह में कौन-कौन (खादी-खाकी) लोग शामिल हुए । गाडि़यों का नंबर जानकर मालिक तक पहुंचना पुलिस के अनुसंधान में शामिल है ।
गुजरात पुलिस ने हनीफ भाई हिंगोरा से वे सारे फोन नंबर प्राप्तं किये हैं,जो बेटे के कब्जे( के दौरान फिरौती वसूली को देश के विभिन्नभ प्रदेशों और आखिर में बिहार से किये गये । इस पर स्पे शल सेल ठीक से काम कर रही है और दमन पुलिस को अपडेट किया जा रहा है । प्रत्येक फोन का काल रिकार्ड निकाला जा रहा है । एफएसएल से एसएमएस रिकार्ड को भी जीवित करने को कहा गया है । दमन पुलिस से कहा गया है कि वह बिहार पुलिस के संपर्क में रहें । अच्छीव बात है कि बिहार पुलिस का हेडक्वार्टस अब मामले की नजाकत को ज्यारदा गंभीरता से ले रहा है और यहां भी स्पेअशल टीम काम करने लगी है ।