मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपनी सरकार की उपलब्धियों को पिटारा 25 नंवबर को खोलेंगे। वे यह बताएंगे कि राज्य सरकार ने पिछले एक वर्ष में कौन-कौन से काम किए हैं। राज्य की जदयू सरकार स्थापना के साथ से ही हर वर्ष नंवबर महीने में सालाना रिपोर्ट पेश करती है। पिछले साल तक यह रिपोर्ट कार्ड नीतीश कुमार पेश करते थे। इस बार वह इस मौके पर उपस्थित नहीं होंगे। इस बार न्याय के साथ विकास की आठवीं रिपोर्ट मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पेश करेंगे।
इस संबंध में मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने स्पष्ट किया है कि यह रिपोर्ट एक साल की उपलब्धियों का लेखाजोखा होगा। उन्होंने कहा कि सरकार का मुखिया कौन है, यह बड़ा सवाल नहीं है। सरकार अपना काम करती है, मुखिया बदलते रहते हैं। सीएम ने कहा कि इस साल छह माह तक नीतीश कुमार भी मुख्यमंत्री थे। उनके द्वारा किये गए कार्यों का भी उल्लेख रिपोर्ट कार्ड में होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार द्वारा किये गए महत्वपूर्ण उद्घाटन, शिलान्यास के साथ बड़े फैसलों का जिक्र भी रिपोर्ट कार्ड में होगा।
विरोधी भी तैयार
उधर भाजपा राज्य सरकार की विफलताओं पर आधारित रिपोर्ट कार्ड 26 नंबवर को पेश करेगी। इसमें राज्य सरकार की नाकामी, सीएम श्री मांझी के पूर्व सीएम नीतीश कुमार पर प्रशासनिक निर्भरता, बढ़ते अपराध को फोकस किया जाएगा। पहले यह काम राजद किया करता था, लेकिन इस बार जदयू के सहयोगी बनने के बाद राजद ने मौन धारण कर लिया है। उम्मीद है कि वामपंथी पार्टी भी रिपोर्ट कार्ड की आड़ में सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे।