भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास झारखंड के नये मुख्यमंत्री होंगे। विधायक दल की बैठक में नीलकंठ सिंह मुंडा ने श्री दास के विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव किया और विधायक सरजू राय तथा सीपी सिंह ने इसका समर्थन किया। बैठक लगभग एक घंटे तक चली। बैठक में केन्द्रीय पर्यवेक्षक जेपी नड्डा तथा विनय सहस्त्रबुद्धे भी मौजूद थे। बैठक के बाद श्री नड्डा ने श्री दास के भाजपा विधायक दल का सर्वसम्मति से नेता चुने जाने की घोषणा की। श्री दास राज्य के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री होगे। वह संभवत: 29 दिसंबर को राज्य की कमान संभालेंगे। उनका शपथ ग्रहण समारोह मोहराबादी मैदान में होगा। श्री दास आज राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
रघुवर दास ने टाटा स्टील में श्रमिक के रुप में अपनी जिन्दगी की पारी शुरु की और राजनीतिक सीढि़यां चढ़ते- चढ़ते वह झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच रहे हैं। मजदूर राजनीति और जे पी आंदोलन से तपकर निकलने वाले श्री दास झारखंड के उपमुख्यमंत्री की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं तथा भाजपा झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष भी रहे है। जमशेदपुर पूर्व से लगातार 1995 से विधायक चुने जाने वाले श्री दास की संगठनिक क्षमता को देखते हुये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें अपनी टीम में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी।
झारखंड में बनने वाली भाजपा की सरकारों में मंत्री रहने का श्रेय श्री दास को हासिल है। राज्य में उपमुख्यमंत्री व मंत्री रहते हुये भी बिना सुरक्षा के घूमना तथा लोगों से मिलना उनका शगल रहा है। श्री दास तीन मई 1955 को जमशेदपुर में पैदा हुये और युवा अवस्था से ही राजनीति में सक्रिय हो गये। उन्हें बिहार विधानसभा का सदस्य रहने का भी गौरव हासिल है। श्री दास ने लोक नायक जयप्रकाश नारायण की सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन में जमशेदपुर में युवाओं का नेतृत्व किया और उन्हें जेल भी जाना पड़ा।