बिहार सरकार ने भ्रष्ट लोक सेवकों को दबोचने वाले डीएसपी महाराजा कनिष्क, इंस्पेक्टर दीपक कुमार समेत 28 अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का फैसला लिया है.
विनायक विजेता
आम जनता की शिकायत पर सरकारी लोक सेवकों को घूस लेते रंगे हाथ दबोचने वाले निगरानी विभाग के 28 अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को बिहार पुलिस वार्षिक पारितोषिक सम्मान (2016-17) से नवाजा जाएगा। राज्य के अपराध अनुसंधान विभाग ने अपने पत्रांक 441 के द्वारा निगरानी विभाग के जिन 28 पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने का अनुमोदन किया है उसमें निगरानी के चर्चित डीएसपी महाराजा कनिष्क कुमार और पुलिस निरीक्षक दीपक कुमार का नाम भी शामिल है।
वर्ष 2006 से लगातार वर्ष 2015 तक और उसके बाद पुन: अगस्त 2016 से अबतक निगरानी टीम में शामिल महाराजा कनिष्क कुमार के नेतृत्व में निगरानी ने सबसे ज्यादा ट्रैप कर 350 से अधिक लोक सेवकों का घूस लेते रंगे हाथों दबोचा है। महाराजा कनिष्क कुमार के नेतृत्व में निगरानी विभाग ने अबतक लगभग 325 ट्रैप किए हैं जो एक रिकार्ड है।
महाराजा कनिष्क कुमार के नेतृत्व में ही निगरानी की टीम ने पिछले जहानाबाद के कुर्था थाना में पदस्थापित एक दारोगा को घूस के रुप में सोने का चेन लेते हुए रंगे हाथ दबोचा था।
इसी तरह युवा पुलिस निरीक्षक दीपक कुमार ने भी कई चर्चित ट्रैप को अंजाम दिया। यह पारितोषिक पुलिस के हर विभाग और जिलों में कार्यरत पुलिसकर्मियो को उनकी सराहनीय सेवा के लिए दिया जाता है।
पुरस्कार के लिए चयनित पुलिसकर्मियों को यह सम्मन आज से शुरू हुए पुलिस सप्ताह समारोह में दिया जाएगा। वर्ष 2007 से नियमित हुआ बिहार पुलिस सप्ताह इस वर्ष दिनांक 22फरवरी से 27 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
इंडोर कार्यक्रम के तहत पुलिसिंग के विभिन्न आयामों, यथा-आतंकवाद एवं इसकी चुनौतियाँ, आपदा प्रबंधन, भीड़ प्रबंधन, साइबर अपराध, सोशल मीडिया, आर्थिक अपराध, संसाधन प्रबंधन एवं विधि विज्ञान सहित अन्य विषयों पर विशेष परिचर्चा होगी। सभी इंडोर कार्यक्रम बिहार विधान सभा के एनेक्सी भवन में आयोजित होगा।