500 और 1000 के नोट के बंद होने की घोषणा के बाद पटना में हाहाकार मच गया है. न किराना, न सिनेमा, न पेट्रोल , न रेलवे यहां तक कि दवा दुकानदार भी नहीं ले रहे ये नोट.
बाइक और कारों पर सवार लोग हजार और पांच सौ के नोट ले कर सबसे पहले पेट्रोल पम्पों पर दौड़ लगाते देखे गये. लेकिन पेट्रोल पम्पकर्मियों का स्पष्ट कहना है कि जितने का तेल लेना है, उतने ही रुपये दें.
शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल नहीं मिल रहे हैं। कुछ पंप पेट्रोल दे रहे हैं, लेकिन इस शर्त पर की 500 रुपए या 1000 रुपए के पेट्रोल लेने होंगे, उनके पास छुट्टे नहीं हैं।
पेट्रोल पम्पों पर पांच सौ और हजार के खुल्ले नहीं होने के कारण सुबह से अब तक पेट्रोल की बिक्री में भारी गिरवाट देखी गयी है. यही हाल किराना दुकानों का है. किराना दुकानें तो आम दिनों की तरह खुली हैं लेकिन दुकानदार हजार और पांच सौ के नोट के खुल्ले की उम्मीद में सामान खरीदने वालों को सामान नहीं दे रहे हैं.
500 और हजार के नोट को अवैध घोषित करने के बाद पीएम मोदी ने लोगों की सहूलत के लिए सुझा दिये थे-
- 10 नवंबर से लेकर 30 दिसंबर 2016 तक आप 500 और 1000 के नोट नजदीकी बैंक या डाकघर में जमा करा सकते हैं। इसके बदले जमा की गई रकम के बराबर ही बैंक या डाकघर आपको भुगतान करेंगे।
- 30 दिसंबर 2016 तक 500 और 1000 के नोट नहीं जमा कर पाने पर आपको 1 मौका और मिलेगा। इसके बाद आप पहचान पत्र के साथ 30 मार्च 2017 तक रिजर्व बैंक में 500 और 1000 के नोट जमा कर सकेंगे।
- 11 नवंबर की रात्रि 12 बजे तक सभी सरकारी अस्पतालों में पुराने 500 के नोट भुगतान के लिए स्वीकार किए जाएंगे।
- अगले 72 घंटों तक रेलवे के बुकिंग काउंटर, सरकारी बसों के टिकट बुकिंग काउंटर और हवाई अड्डों पर भी केवल टिकट खरीदने के लिए पुराने नोट मान्य होंगे।
- अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर विदेश से आ रहे या जा रहे लोगों के पास यदि पुराने नोट हैं तो ऐसे नोटों की 5000 रुपये तक की राशि को नये और मान्य नोटों से बदलने की सुविधा दी जाएगी।