359 की जगह 248 IAS से ही काम चलाने को मजबूर है बिहार
359 की जगह 248 IAS से ही काम चलाने को मजबूर है बिहार। पिछले छह महीने से बिहार प्रशासनिक सेवा के 65 अधिकारियों के आईएएस में प्रोमोशन की चर्चा।
बिहार सरकार में आईएएस के 359 पद स्वीकृत हैं, लेकिन सिर्फ 248 IAS से ही किसी तरह काम चलाया जा रहा है। जाहिर है प्रशासन और विकास कार्यों की गति पर इसका असर पड़ता है। पिछले छह महीने से बिहार प्रशासनिक सेवा के 65 अधिकारियों के आईएएस में प्रोमोशन दिए जाने की चर्चा है, लेकिन इसे अब तक मूर्त रूप नहीं दिया जा सका है। अब सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रोमोशन दिए जाने की संभावना है। अगर प्रोमोशन दिया जाता है, तो राज्य को 65 नए आईएएस अधिकारी मिल जाएंगे। हालांकि तब भी लगभग 50 पद खाली ही रहेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार बिहार प्रशासनिक सेवा के इन 65 अधिकारियों के दस्तावेज की जांच के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की टीम 27 अक्टूबर को पटना आ रही है। मालूम हो कि प्रोमोशन के लिए अधिकारियों को किसी तरह की परीक्षा या इंटरव्यू नहीं देना होता है, बल्कि उनके कार्यकाल के दस्तावेजों की जांच की जाती है। राज्य में बिहार प्रशासनिक सेवा से आईएएस में प्रोमोशन पाने वाले 101 पद स्वीकृत हैं। इनमें 70 प्रतिशत पद खाली हैं। ये पद लंबे समय से खाली हैं। अब उम्मीद की जा रही है कि यूपीएससी की टीम द्वारा दस्तावेजों की जांच के बाद राज्य को 65 नए आईएएस अधिकारी मिल जाएंगे।
बिहार प्रशासनिक सेवा के पद भी बड़ी संख्या में खाली हैं। इस सेवा से बिहार में 1634 पद स्वीकृत हैं, जिनमें फिलहाल 1111 ही पद भरे हैं। इसका अर्थ है कि 524 पद इस सेवा के भी खाली हैं।
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