4 साल बाद लालू ने दिया पहला निर्देश, महामारी में दिन-रात करें मदद
लालू प्रसाद 4 साल बाद पहली बार अपने विधायकों से हुए रू-ब-रू। कहा, गांवों में पांव पसार रहा कोरोना। अभी सिर्फ और सिर्फ एक ही काम करें। पीड़ितों की करें मदद।
पिछले साल चुनाव में जीते विधायक और हारे प्रत्याशी पहली बार लालू प्रसाद के साथ रू-ब-रू हुए। लालू प्रसाद भी चार साल बाद पहली बार अपने जनप्रतिनिधियों के साथ थे। वर्चुअल मीटिंग में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सहित सारे विधायक शामिल थे।
लालू प्रसाद कम बोले, लेकिन उनका निर्देश साफ और स्पष्ट था। उन्होंने कहा कि हर विधायक और विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी, पार्टी का हर कार्यकर्ता अभी सिर्फ एक ही काम करे। कोरोना से पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद करे। जहां किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना हो, उसे भर्ती कराए, किसी को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है, तो ऑक्सीजन दिलाए। कई परिवार ऐसे भी हैं, जिनके घर में सारे लोग बीमार हैं। उनके लिए दवा और भोजन का इंतजाम करे।
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राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन बताया कि लालू प्रसाद की चिंता इस बात को लेकर है कि कोरोना गांव में तेजी से फैल रहा है। इसे किस प्रकार नियंत्रित किया जाए। गगन ने कहा कि बिहार के ग्रामीण अंचलों में राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था ठप है। बिना जांच के बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं। मशीनें हैं, तो ऑपरेट करनेवाला कोई नहीं है। दवा नहीं है। मेडिकल स्टाफ नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार को कोरोना से निबटने के लिए कई सुझाव दिए थे, लेकिन सरकार ने समय रहते कुछ भी नहीं किया।
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वर्चुअल मीटिंग में तेजस्वी यादव ने फिर राज्य सरकार से टेस्टिंग और टीकाकरण बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए अधिक से अधिक टेस्ट, खासकर आरटीपीसीआर टेस्ट और हर उम्क के लोगों को टीका देना होगा।