मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वर्षों से अधर में लटकी भागलपुर जिले की बटेश्वरस्थान गंगा पंप नहर परियोजना का आज उद्घाटन करने के साथ ही राज्य के हजारों किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल मिलने का सपना 40 साल बाद पूरा हो गया।
मुख्यमंत्री श्री कुमार ने अविभाजित बिहार के 27,604 हेक्टेयर खेत को अनवरत पानी मुहैया कराने के उद्देश्य से वर्ष 1977 में शुरू की गई इस महत्वाकांक्षी नहर परियोजना का उद्घाटन किया। परियोजना की आरंभिक लागत 13 करोड़ 83 लाख रुपये थी और इससे पांच साल में किसानों के खेतों को पानी मिलना था। लेकिन, समय दर समय तत्कालीन राज्य सरकार की इच्छाशक्ति की कमी और विभागीय अधिकारियों की प्रक्रियागत जटिलताओं के कारण इस परियोजना के निर्माण कार्य के पूरा होने में देर होती चली गई।
इससे पूर्व अलग-अलग कारणों से कई बार इसका उद्घाटन टालना पड़ा था। पिछले वर्ष 19 सितंबर को उद्घाटन के एक दिन पहले ट्रायल के दौरान इस परियोजना की मुख्य नहर की दीवार टूट जाने से इसका उद्घाटन टल गया था। बाद में राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) ने अंडरपास बनाने में अपनी चूक स्वीकारते हुए अपने खर्च पर इस काम को पूरा कर परियोजना को उद्घाटन के लिए तैयार कर लिया। शनिवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति में इस नहर में अंतिम छोर तक पानी छोड़कर ट्रायल लिया गया, जिसके बाद उद्घाटन कार्यक्रम को मंजूरी दी गयी।