बिहार में मुस्लिम शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति की शुरुआत हो रही है. बिहार फाउंडेशन के सऊदी अरब चैप्टर के चेयरमैन ओबैदुर्रहमान की इस पहल तहत 30 टैलेंटेड छात्रों को सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार के नेतृत्व में आईआईटी की फ्री कोचिंग दी जायेगी.
इसके लिए ओबैदुर्रहमान ने रहमान्स 30( Rahman’s30) नामक संस्थान का गठन किया है. यह संस्थान बिहार के 30 प्रतिभाशाली छात्रों का प्रतियोगिता के आधार पर चयन करेगा. चयनित छात्रों के खाने, रहने और समेत तमाम खर्च का वहन संस्थान की तरफ से किया जायेगा.
मुसलमानों में शिक्षा और खास तौर पर तकनीकी व रोजगारपरक शिक्षा की हालत काफी दयनीय है. विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि मुसलमानों में गरीबी के कारण उच्चशिक्षा के प्रति लोग शिक्षा के खर्च का वहन नहीं कर पाते. ऐसे में ओबैदुर्रहमान की इस पहल की स्वाभाविक तौर पर व्यापक प्रशंसा मिलेगी.
रहमान्स30 के औपचारिक गठन का ऐलान 4 जुलाई को पटना के बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सभागार में शाम चार बजे आयोजित एक कार्यक्रम में किया जायेगा. इस अवसर पर आईआईटी में सफल छात्रों को सम्मानित किया जाना है. इस समारोह में सऊदी अरब के बड़े कारोबारी राशिद अली शेख मुख्य अतिथि के रूप में रहेंगे. जबकि सुपर30 के संस्थापक आनंद कुमार के अलावा मॉस्को स्टेट युनिवर्सिटी के मिस ओलगा आरापावा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातिमी भी मौजूद रहेंगी.
ओबैदुर्रहमान ने नौकरशाही डॉट कॉम को एक सवाल के जवाब में बताया कि फिलवक्त रहमानी30 इस तरह के काम को अंजाम दे रहा है. लेकिन बिहार जैसे राज्य में जहां मुसलमानों की आबादी 2 करोड़ के करीब है, वहां इस तरह के अनेक संस्थान की जरूरत है जो मुस्लिम शिक्षा के लिए बढ़-चढ़ कर काम कर सके. रहमान कहते हैं, रहमान्स30 की शिक्षा के क्षेत्र में अनेक प्रयोग करने की इच्छा रखता है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम इस पहल का भी सार्वजनिक रूप से ऐलान करेंगे.
ओबैदुर्रहमान बताते हैं कि इस बड़े काम के लिए सुपर30 के संस्थापक आनंद कुमार ने अपना भरपूर सहयोग देने की वचनबद्धता जाहिर की है.इसके लिए हम उनके शुक्रगुजार हैं. रहमान्स30 के लिए सबसे बड़ी खास बात यह है कि उस संस्थान के बच्चे आनंद कुमार के सुपर30 के बच्चों के साथ ही सम्मिलित रूप से शिक्षा प्राप्त करेंगे. इसका बड़ा फायदा होगा कि इन तमाम छात्रों को एक साथ रहने-पढ़ने का मौका मिलेगा.