8 महीने से जो हम कह रहे, उस पर कोर्ट ने लगाई मुहर : तेजस्वी
तेजस्वी जब पिछले साल चुनाव में खाली पदों को भरने का मुद्दा उठा रहे थे, तो जदयू-भाजपा ने मजाक उड़ाया था। अब कोर्ट ने वही बात कहते हुए सरकार को लगाई फटकार।
आपको याद होगा पिछले साल सिंतबर से भर चुनाव तक और चुनाव के बाद भी तेजस्वी यादव ने एक मुद्दा बड़े जोर से उठाया था। उन्होंने राज्य में खाली पड़े पदों को भरने की बात की थी। तब एनडीए के सारे नेता कह रहे थे कि तेजस्वी को कुछ पता ही नहीं है। इतना रोजगार देना संभव नहीं है।
नंवबर, 2020 में एनडीए की नई सरकार बनने के बाद भी वे राज्य में खाली पड़े पदों को भरने के लिए आवाज उठाते रहे। उन्होंने महीना भर पहले 23 मार्च को खाली पदों को भरने तथा रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
अब पटना हाईकोर्ट ने राज्य में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के हजारों पद खाली रहने पर राज्य सरकार को फटकार लगाई है।
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आज विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने लगातार तीन ट्विट करके राज्य सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला। उन्होंने ट्विट किया-नीतीश सरकार ने माननीय उच्च न्यायालय में वही कहा है जो मैं कई वर्षों से कह रहा हूं कि बिहार में 57% डॉक्टर, 71% नर्स, 72% लैब टेक्नीशियन, 50% ANM और आज सबसे महत्वपूर्ण गिने-चुने वेंटिलेटर चलाने के लिए 80% ऑपरेटरों की कमी है। अब कब जागिएगा माननीय मुख्यमंत्री जी? कृपया जागिए।
उन्होंने दूसरा ट्विट किया-जब मैं स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों में रिक्त पड़े लाखों पदों की बहाली की आस लगाए युवाओं को चुनावों में विश्वास दिला रहा था तब आप बड़े अहंकार से कहते थे- “उसको कुछ पता है? कहां से उतने लोगों को बहाल करेगा?” आज उसी तेवर और अहंकार से उच्च न्यायालय को आप जवाब क्यों नहीं देते?
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तेजस्वी ने तीसरा ट्विट किया-एक साल हो गया कोविड महामारी का। आपने जो पिछली बार सभी तैयारी कर लेने के ताल ठोककर दावे किए थे वो तैयारी, वो संरचना, वो सामग्री, वो भंडार, वो कर्मी, वो अस्पताल, वो तालमेल और वो अहंकारी आत्ममुग्ध ‘मुखिया’ कहां है? क्या आपकी सारी तैयारी आंकड़े छुपाने व लोगों को ‘निपटाने’ की ही थी?