एक तरफ ऊना, गोरेगांव समते देश के तमाम हिस्सों में दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं वहीं एससी एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम में बदलाव से दलितों में भय का माहौल है.
आल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा का कहना है कि ऐसे समय में जब दलितों के साथ साथ अल्पसंख्यकों पर भी संगठित अत्याचार बढ़ रहे हैं इसलिए एससी एसटी अत्याचार निवारण के दायरे में अल्पसंख्यकों को भी शामिल किया जाना चाहिए.
मोर्चा ने इस विषय को काफी गंभीरता से लिया है. मोर्चा के प्रवक्ता कमाल अशरफ का कहना है कि आगामी 9 अप्रैल को दलित बचाओ देश बचाओ सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. अशरफ ने कहा कि दलितों की स्थिति में ही अल्पसंख्यक समाज के दलित हैं इसलिए संविधान के अनुच्छेद 341 में दलितों के साथ अल्पसंख्यक समाज के दलितों को भी आरक्षण दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सामंतवादी शक्तियों के शिकंजे से निकलने के लिए अब समय आ गया है कि हिंदू व मुस्लिम दलितों को मिल कर लड़ाई लडनी होगी.
उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा करने औऱ लोगों के अंदर जागरूकता लाने के लिए इस सेमिनार का आयोजन पटना में जकात भवन में 9 अप्रैल को किया जा रहा है.