लोकसभा में राजद संसदीय दल के नेता अभय कुशवाहा पहली बार बोले। उन्होंने दो बड़ी मांग कर दी। उनकी मांग राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा प्रधानमंत्री मोदी को परेशान करने वाली है। लोकसभा में पांच साल बाद राजद की आवाज गूंजी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार की बदौलत चल रही है, लेकिन राष्ट्रपति के भाषण में बिहार का जिक्र तक नहीं था। यह बिहार के साथ अन्याय है। पिछली बार लोकसभा में राजद का कोई प्रतिनिधि नहीं था, जबकि इस बार चार सांसद जीत कर पहुंचे हैं। चार में से तीन सांसद भाजपा को हरा कर लोकसभा पहुंचे हैं।
लोकसभा में राजद संसदीय दल के नेता अभय कुशवाहा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के जवाब में अपनी बात रखते हुए दो बड़ी मांग कर दी। उन्होंने कहा कि 400 पार का नारा देने वाली भाजपा 240 पर अटक गई। केंद्र सरकार बिहार के बदौलत बनी है, लेकिन राष्ट्रपति के भाषण में बिहार का नाम तक नहीं था।
अभय कुशवाहा ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बहुत पुरानी मांग है बिहार को विशेष राज्य का दर्जा। उन्होंने नीतीश कुमार और जदयू को घेरते हुए कहा कि अब किस बात का इंतजार कर रहे हैं। आपकी बदौलत सरकार चल रही है, बिहार को विशेष दर्जा दिला दीजिए।
उन्होंने एक दूसरी मांग भी रख दी। कहा कि बिहार में जाति गणना के बाद पिछड़ों-दलितों को 65 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, लेकिन उसे कोर्ट में ले जाकर फंसा दिया गया (इसे संवैधानिक सुरक्षा देने के लिए संविधान की 9 वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। उन्होंने बिहार में जाति गणना की सराहना करते हुए देश भर में जाति गणना की मांग कर दी।
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इसके साथ ही राजद सांसद ने बिहार में उद्योगों के विकास की मांग की, ताकि पलायन रुक सके। सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था की मांग की। बाढ़ और सुखाड़ से निबटने के लिए केंद्र सरकार स्पष्ट नीति और कार्यक्रम बनाए।
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