पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज और उपाध्यक्ष योषिता पटवर्धन का निर्वाचन रद्द हो जाने की सूचना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं की बोलती बंद हो गयी है. क्योंकि जांच कमेटी ने उनकी डिग्री को फर्जी पाया है.
इन दोनों पदों पर आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के समर्थित नेता जीते थे.
उधर इस मामले में युनिवर्सिटी के कुलपति रास बिहारी सिंह की कोई टिप्पणी नहीं आयी है.
विश्वविद्यालय की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की है लेकिन सूत्रों की मानें तो दोनों के निर्वाचन को डिग्री की जांच के बाद रद्द कर दिया गया है.
दोनों के निर्वाचन के बाद से ही उनकी डिग्री को लेकर सवाल उठे थे. निर्वाचन रद्द होने की सूचना मिलते ही दिव्यांशु भारद्वाज का कहना है कि स्क्रूटनी के समय विश्वविद्यालय ने डिग्री की जांच क्यों नहीं की.
उधर छात्र नेता महेश रजक ने प्रतिक्रिया देते हुए फेसबुक पर लिखा है कि ABVP की पीयू में बिगड़ गई खेल,PUSU के पर्ज़ी अध्यक्ष,उपाध्यक्ष का नॉमिनेशन रद्द। ये पीयू के तमाम छात्रों के संघर्ष की जीत है।