नहीं रहे गबन के आरोपी बीईओ शशि शेखर
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50 लाख के गबन का चार्ज है शशिशेखर पर
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चर्चा में है शशि शेखर की मौत का मामला
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लगभग 51.15 लाख रुपये सरकारी राशि के गबन के आरोपित घोघरडीहा के निलंबित बीईओ शशि शेखर की मृत्यु हो गयी है। नौकरशाही मीडिया से बातचीत के दौरान शशि शेखर के बेटे ने बताया कि बीमारी की वजह से उनकी मौत हो गयी। शिक्षा विभाग के अधिकारी को मौत की खबर नहीं है।
मधुबनी से दीपक कुमार ठाकुर
शशि शेखर रोहतास जिला के स्थाई निवासी हैं। घोघरडीहा प्रखंड में बीईओ के पद पर रहते हुए शशि शेखर पर डीडीओ, बीईओ आदि के खाते से अवैध रुप से करीब 51.15 लाख रुपये गबन का आरोप है। शशि शेखर ने भी अवैध रूप से राशि की निकासी की बात स्वीकारते हुए कहा था कि गंभीर बीमारी के इलाज के लिए मोटी राशि की आवश्यकता होने के कारण राशि निकासी की थी।
मामले की जांच कराई गई तो शशि शेखर द्वारा सरकारी खाते से करीब 51.15 लाख रुपये अवैध रूप से निकासी करने का मामला सत्य पाया गया। इसके बाद डीईओ की रिपोर्ट पर शिक्षा विभाग ने शशि शेखर को 14 अक्टूबर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर निलंबन अवधि में मुख्यालय डीईओ कार्यालय, हाजीपुर निर्धारित किया । उन्हें विभागीय कार्यवाही के अधीन रखते हुए उनके विरुद्ध घोघरडीहा थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। इतना ही नहीं, गबन की गई राशि की वसूली उनके चल-अचल संपत्ति से करने के लिए नीलाम पत्र वाद भी दायर किया गया था।
तीन सदस्यीय जांच समिति ने जांच में पाया था कि निलंबित बीईओ, घोघरडीहा शशि शेखर ने अंघराठाढ़ी के खाता से 5.50 लाख रुपये, खुटौना के खाता से 29.80 लाख रुपये, झंझारपुर के खाता से 58,532 रुपये, घोघरडीहा के विभिन्न खाताओं से 15 लाख 26 हजार 173 रुपये की निकासी की। यानी, कुल 51 लाख 14 हजार 705 रुपये की अवैध निकासी की बात जांच में सामने आयी।
शशिशेखर की मौत के बाद शिक्षा विभाग में सन्नाटा पसरा है। कोई कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।