नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने बारिश के बाद पटना में हुए जलजमाव के लिए पटना नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त को जिम्मेवार ठहराते हुए आज कहा कि वह उनकी नहीं बल्कि सिर्फ मुख्यमंत्री की बात सुना करते थे।
श्री शर्मा ने यहां पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के दानापुर में जलजमाव की स्थिति की समीक्षा के बाद कहा कि नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त अनुपम सुमन ने उनकी बात कभी नहीं सुनी। सिर्फ वह मुख्यमंत्री की ही बात सुनते थे और अंततः अपनी खामियां छुपाने के लिए उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
मंत्री ने कहा कि बारिश समाप्त हुए चार दिन हो गए हैं बावजूद इसके पटना के कई मुहल्लों में अभी भी जलजमाव बना हुआ है। पटना नगर निगम के चार आयुक्त बदल दिए गए हैं लेकिन स्थिति कैसी है यह छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि लगभग 4000 करोड़ रुपये के बजट वाले पटना नगर निगम का नक्शा गायब है, जिसकी जांच कराई जाएगी।
श्री शर्मा ने कहा कि जलजमाव को लेकर उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। राजधानी में जलजमाव के लिए जो भी दोषी अधिकारी होंगे उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। अभी पहली प्राथमिकता जलजमाव से निपटना है।
मंत्री ने स्वीकार किया कि नगर निगम प्रशासन की एजेंसियों के बीच तालमेल ठीक नहीं होने के कारण नालों की सफाई नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि सही ढंग से नालों की सफाई नहीं होने से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई है।
समीक्षा बैठक में पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव के साथ दानापुर नगर परिषद के कई जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। नेताओं ने दानापुर इलाके में जल निकासी के लिए उच्च शक्ति के पंप की मांग की ताकि पानी की निकासी जल्दी से हो सके।