अमेरिका के प्रसिद्ध उर्दू शायर पटना में 22 जून को अपनी ग़ज़लों से बांधेंगे समा
एडवांटेज ग्रुप की काॅरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सी.एस.आर.) गतिविधियों को संचालित करने वाले एडवांटेज सपोर्ट 22 जून को गजलों की एक खूबसूरत महफिल सजायेगा. इसमें प्रसिद्ध अमेरिकी शायर फरहत शहजाद रूबरू होंगे.
अमेरिका में उर्दू भाषा के साथ उर्दू साहित्य मजबूत पहचान बना रही है. यही कारण है कि वहां पर उर्दू के डिजिटल व इल्कट्रानिक चैनल फल-फूल रहे हैं. अमेरिका में उर्दू साहित्व व भाषा के बढ़ते प्रभाव के इस दौर में जब अमेरिकी उर्दू शायर बिहार की राजधानी पटना में आ कर अपनी बात रखे तो जाहिर है कि यह उर्दू प्रेमियों के लिए अच्छा अवसर होगा. इस अवसर को पटना में एक ईवेंट के रूप में एडवांटेज सपोर्ट बिहार वासियों के सामने 22 जून को पेश कर रहा है. एडवांटेज सपोर्ट, एडवांटेज मीडिया ग्रूप के कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबलिटी( सीएसआर) का हिस्सा है जो खुर्शीद अहमद के मार्गदर्शन में संचालित होता है.
22 जून को दो पहर बाद पटना में बिहार उर्दू अकादमी के सभागार में बुद्धिजीवियों के लिए एक साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन करेगा जिसमें अमेरिका में रहने वाले उर्दू साहित्य के जाने पहचाने शायर फरहत शाहजाद शिरकत करेंगे।
वे अपनी रचनाओं पर प्रकाश डालेंगे ही साथ ही वह अपनी शायरी से भी नवाजेंगे. इस अवसर पर उनकी नई पुस्तक ‘कहना उसे’ का लोकार्पण मुख्य अतिथि बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष हारूण रशीद करेंगे।
इस कार्यक्रम में 300 लोग भाग लेंगे जिनमें मगध विश्व विद्यालय के उर्दू विभाग के पूर्व अध्यक्ष साहित्यकार प्रो. अलीमउल्लाह हाली और मौलाना मजहरूल हक अरबिक और पर्सियन विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एजाज अली अरशद प्रमुख हैं।
फरहत की ग़ज़लें दुनिय में मशहूर हैं
एडवांटेज सपोर्ट के सचिव खुर्शीद अहमद ने यह जानकारी देते हुए कहा कि शाहजाद की गजलों ने मुशायरों में काफी नाम कमाये हैं वहीं उनके गीतों को बड़े-बड़े गायकों ने भी गाया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन से गुणवत्तापूर्ण साक्षरता को गति मिलेगी। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोग कवि से सीधा संवाद कर सकते हैं।
अमेरिका में रहने वाले शाहजाद की गजलों को मेहंदी हसन, गुलाम अली, लता मंगेशकर, जगजीत सिंह जैसे अन्य प्रसिद्ध गायकों ने भी गाया है। उनकी कुछ चुनिंदा गजलें इस प्रकार हैं:
‘‘सिमट कर एक समंदर रह गया है – मेरा आंसू भीग कर रह गया है
बहुत आगे निकल आया है रास्ता – बहुत पीछे मेरा घर रह गया है’’
‘‘लफ्ज जुदा है बात वही है – दुख और सुख की जात वही है
अब जिसको दिन कहते हैं – किसको बताऊं रात वही है’’
‘‘एक बस तू नहीं मुझसे खफा हो बैठा – मैने जो संग तराषा वो खुदा हो बैठा
शुक्रिया ए मेरे कातिल, ए मसीहा मेरे – जहर जो तूने दिया था वो दवा हो बैठा’’
एडवांटेज मीडिया ग्रूप, पूर्वी भारत की एक महत्वपूर्ण ईवेंट मैनेजमेंट कम्पनी है जो पिछले दो दशक से बिहार व झारखंड समेत अनेक राज्यों में काम करती है.