भारतीय वायु सेना के सबसे बड़े और देश के एकमात्र विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य को भारतीय सेना की प्रतिष्ठित और युद्ध कुशल इन्फैंट्री बिहार रेजीमेंट के साथ सम्बद्ध कर दिया गया है. इसके अलावा जैगुअर युद्धक विमानों से लैस समुद्री इलाके में युद्ध में निपुण भारतीय वायु सेना की छठवीं स्क्वॉड्रन के साथ सम्बद्ध कर दिया गया है. इस संबंध में आईएनएस विक्रमादित्य पर एक शानदार समारोह का आयोजन किया गया.
नौकरशाही डेस्क
ऐतिहासिक सम्बद्धता समारोह की शुरूआत तीनों सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों की सलामी परेड से शुरू हुई. इसके बाद उपस्थितजनों को पश्चिमी बेड़े के फ्लैग आफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल आर बी पंडित ने संबोधित किया. अपने स्वागत भाषण में उन्होंने सम्बद्धता के महत्व और उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. उसके बाद भारतीय वायुसेना के विमानों ने फ्लाईपास्ट का प्रदर्शन किया. फ्लाईपास्ट का नेतृत्व चेतक हेलीकॉप्टरों ने किया। उनके पीछे गोवा के नौसेना वायुस्टेशन से मिग-29 के ने उड़ान भरी. इस दौरान पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी और लेफ्टिनेट जनरल अमरजीत सिंह, एवीएसएम, एसएम, सेना सचिव और बिहार रेजीमेंट के कर्नल विशिष्ट अतिथि थे.