बंगाल में दुर्दशा, अब पंचायत चुनाव में भाजपा यूपी में धरासाई
बंगाल में करारी हार पर ठीक से मंथन भी नहीं कर पाई थी भाजपा कि उसे अयोध्या, काशी व मथुरा में भी हार का सामना करना पड़ा। पंचायत चुनाव में भाजपा तीनों हारी।
यूपी में पंचायत चुनाव के नतीजे आने लगे हैं। आरएसएस के हिंदुत्व की प्रयोगशाला प. उत्तर प्रदेश में भाजपा की हार पर बहुत आश्चर्य नहीं है, क्योंकि यहां किसान आंदोलन ने पहले ही भाजपा की जमीन खत्म कर दी है, आश्चर्य अयोध्या, काशी और मथुरा को लेकर है, जहां भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। यहां अखिलेश यादव की पार्टी सपा ने कब्जा जमा लिया है।
कहा जा रहा था कि पंचायत चुनाव उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का मूड बताएगा। अगर यही मूड रहा, तो अगले साल यूपी में भाजपा के लिए मुश्किल होगी।
चुनाव परिणाम बता रहे हैं कि लोगों में भाजपा से गुस्सा बढ़ रहा है. इस चुनाव में लगभग 600 शिक्षकों को कोरोना के कारण जान गवानी पड़ी.
ओयोध्या, से बनारस तक भाजपा बदहाल
अयोध्या की 40 सीटों में सपा ने 26 सीटें जीत ली है. यहां भाजपा को केवल 6 सीटें मिली है. बसपा को पांच.
इसी तरह प्रधानमंत्री के चुनाव क्षेत्र वाराणसी में भी भाजपा बुरी तरह पिछड़ गई है यहां कुल 40 में से अब तक 15 पर सपा जीत गयी है. भाजपा 8 सीटों पर जबकि बसपा 5 सीट पर आगे है.
मथुरा में बीएसपी सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही है इसने 12 सीटें जीत ली है राष्ट्रीय लोक दल 7 पर और भाजपा 9 पर आगे है पंचायत के रुझान सामने आने पर सपा में उत्साह दिख रहा. है वहीं भाजपा नेता अभी पूरे परिणाम आने का इंतजार कर रहे हैं उधर सपा ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन जीते हुए प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र देने में विलंब कर रहा है.
भाजपा की हार के पीछे कोविड-19 पटने में यूपी सरकार की विफलता को भी एक कारण माना जा रहा है