AICC का सचिव नियुक्त होने पर किशनगंज के विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. मोहम्मद का प्रदेश कांग्रेस ने पटना में शानदार स्वागत किया.
जावेद को पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस का प्रभारी भी बनाया गया है.
इस अवसर पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि राहुल गांधी ने डा. जावेद की योग्यता और संगठन क्षमता को पहचाना है. उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस के लिए जावेद का अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सचिव चुना जाना गर्व की बात है.
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गौर तलब है कि जावेद लगातार चार टर्म से न सिर्फ कांग्रेस के विधायक रहे हैं बल्कि कई सालों तक बिहार सरकार में मंत्री की हैसियत से भी जिम्मादारी निभा चुके हैं.
बिहार के पूर्वांचल के मुस्लिम बहुल जिलों, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में जावेद के प्रभावशाली कद और राजनीतिक दृष्टि के कारण ही उन्हें उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के दौरान अनेक विधानसभा क्षेत्रों के ऑब्जार्बर जैसी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए राहुल गांधी ने खुद उन्हें चुना था आला कमान को डा जावेद की कांग्रेस के प्रति निष्ठा पर काफी भरोसा रहा है. और इसका सुबूत जावेद ने तब भी दिया था जब 2009 के लोकसभा चुनाव की आखिरी घड़ी में किशनगंज लोकसभा सीट पर उन्हें आवंटित टिकट मौलाना इसरारुल हक कासमी को दे दिया गया था. इतना ही नहीं बहुत कम लोगों को पता है कि यह डा जावेद ही थे जिनकी बदौलत मौलाना इसरारुल हक कासमी ने किशनगंज लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी.
डा जावेद का घराना विशुद्ध रूप से पारम्परिक कांग्रेसी घराना रहा है. जावेद के पिता मोहमम्द हुसैन आजाद लगातार 33 सालों तक कांग्रेस के विधायक रहे हैं.
इस अवसर पर कांग्रेस के नेता इंतखाब आलम ने कहा कि डॉ. जावेद एक योग्य और कर्मठ नेता हैं जो कांग्रेस को मजबूत करने में अपनी महत्वपू भूमिका निभा सकते हैं. समारोह में कांग्रेस विधायक प्रेमचंद्र मिश्रा,, अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री संजीव प्रसाद टोनी, विधायक अमित कुमार टुन्ना, बंटी चौधरी, पूर्व मंत्री विश्व मोहन शर्मा, अरशद अब्बास, फजल हक, समेत अनेक नेता मौजूद थे.