अहमदाबाद में हो रहे कांग्रेस के अखिल भारतीय अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि जो नेता अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे हैं, वे पद छोड़ दें। घर में आराम करें। उन्होंने जिला अध्यक्षों से कहा कि आपकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। एस काल के भीतर हर प्रखंड और पंचायत स्चर पर कांग्रेस कमेटी का गठन करें। इसमें पार्टी की गाइडलाइन का पालन करें। स्पष्ट है कि हर कमेटी में 50 प्रतिशत से अधिक दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के नेता शामिल किए जाएंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि जो नेता जमीन पर सक्रिय नहीं हैं और सिर्फ गणेश परिक्रमा करते हैं, अगर उन्होंने खुद ही पद नहीं छोड़ा, तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
लोकसभा में पार्टी के उप नेता गौरव गोगोई ने राहुल गांधी का वह भाषण याद दिलाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ऐसे नेता जिनका एक पांव दूसरे दल में है और एक पांव कांग्रेस में है, उन्हें पार्टी से बाहर किया जाएगा। कहा कि यह काम पूरे देश में करने की जरूरत है। हर प्रदेश में ऐसे नेता हैं, उन्हें बाहर किया जाना चाहिए।
कांग्रेस अधिवेशन में चर्चा का सारा जोर संगठन की मजबूती पर दिखा। भाजपा और संघ की विचारधारा के खिलाफ लड़ने के लिए संगठन की मजबूती पर जोर दिया गया। माना जा रहा है कि गुजरात में बड़े पैमाने पर नेताओं की छंटनी होगी। अन्य प्रदेशों में भी भाजपा के साथ रिश्ता रखने वाले नेता बाहर किए जाएंगे।
अधिवेशन में राष्ट्रवाद पर भी चर्चा हुई। सचिन पायलट ने कहा कि हमारा राष्ट्रवाद जोड़ने वाला है, भाजपा का राष्ट्रवाद देश को तोड़नेवाला है। शशि थरूर ने कहा कि हमें अतीत की पार्टी के साथ ही भविष्य की पार्टी बनना होगा। सकारात्मक रुख रखना होगा।