ऐसी भी क्या नाराजगी, रविशंकर ने RCP को बधाई तक न दी
मोदी मंत्रिमंडल से हटाए गए रविशंकर प्रसाद नाराजगी में संस्कृति-परंपरा भूल गए या कोई अन्य कारण है, पता नहीं, लेकिन RCP को बधाई तक न दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से हटाए गए रविशंकर प्रसाद ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए नए मंत्रियों को बधाई तक नहीं दी। और तो और उन्होंने बिहार से शामिल किए गए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और लोजपा नेता पशुपति कुमार पारस को भी बधाई देने के लिए एक ट्वीट तक करना मुनासिब नहीं समझा। क्या पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद नाराज हैं और इस नाराजगी में वे संस्कृति-परंपरा को भूल गए या कोई अन्य वजह है, कहा नहीं जा सकता।
पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, पहले भी मंत्री रहे हैं, इसलिए उन्हें अच्छी तरह मालूम होगा कि मंत्रिमंडल में किसे रखना है किसे नहीं रखना है, यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार होता है, फिर नाराजगी किस बात की?
आरसीपी सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनके साथ 16 सांसद हैं। पशुपति कुमार पारस से भी भाजपा के पुराने रिश्ते रहे हैं। दोनों बिहार से हैं। दोनों को बधाई न देना क्या कहा जाएगा? दोनों नेताओं से अब बिहार को उम्मीद होगी कि वे अपने प्रदेश के लिए जरूर कुछ अच्छा करेंगे। हो सकता है रविशंकर प्रसाद के लिए व्यक्तिगत तौर पर मंत्रिमंडल से बाहर होना अच्छा नहीं कहा जाएगा, लेकिन जब सवाल प्रदेश का हो, तो वहां व्यक्तिगत मसले किनारे करके बधाई देना बनता है।
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वैसे जदयू खेमे में आरसीपी सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर खुशी का माहौल है। बिहार से उनके पास लगातार बधाई के फोन जा रहे हैं। जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि आरसीपी सिंह को बिहार से बधाई के लगातार फोन जा रहे हैं। वे खुद सभी से बात कर रहे हैं। फिलहाल तुरत उनका बिहार आने का कार्यक्रम नहीं है। वे विभाग की अनेक बैठकों में जाएंगे।
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