चुनाव से पहले अखिलेश को CBI का समन, कल पेश होने का निर्देश

चुनाव से पहले अखिलेश को CBI का समन, कल पेश होने का निर्देश। राहुल गांधी के साथ आगरा में एक मंच पर आने के तीसरे दिन समन। मायावती पर क्या होगा असर?

हेमंत सोरेन जेल में हैं, बिहार में तेजस्वी यादव भी निशाने पर हैं और अब यूपी में अखिलेश यादव को सीबीआई ने समन जारी कर दिया है। उन्हें पूछताछ के लिए गुरुवार को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। ध्यान रहे उन्हें सीपीआई का समन राहुल गांधी के साथ उनके एक मंच पर आने के तीसरे दिन दिया गया है। तीन दिन पहले राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में अखिलेश यादव शामिल हुए थे। आगरा में दोनों नेताओं की संयुक्त सभा में भारी भीड़ उमड़ी थी। इसके बाद कांग्रेस तथा सपा के पक्ष में वातावरण बना था। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ा था।

अखिलेश यादव को सीबीआई ने अवैध खनन मामले में समन जारी करके 29 फरवरी को दिल्ली में पेश होने को कहा है। यह मामला 2016 का है। तब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे और खनन विभाग भी उनके अधीन था। उनसे पहले उनकी सरकार में खनन मंत्री गायत्री प्रजापति थे। उन पर कई तरह के आरोप लगे थे। आज भी वे जेल में ही हैं। पिछली बार उनके चुनाव नहीं लड़ पाने की स्थिति में सपा ने उनकी पत्नी को टिकट दिया था। उनकी पत्नी चुनाव जीत कर विधायक बनीं। दो दिन पहले राज्यसभा चुनाव में उनकी पत्नी मतदान से अनुपस्थित थीं। अब उसी अवैध खनन मामले में अखिलेश यादव को बतौर गवाह पेश होने का निर्देश दिया गया है।

लोकसभा चुनाव के ठीक पहले सीबीआई की इस कार्रवाई को राजनीति से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। जबतक अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ समझौते पर आशंका जता रहे थे, तब तक कोई नोटिस नहीं आया और अब जैसे ही कांग्रेस के साथ सीटों का तालमेल हो गया, आगरा वे अखिलेश यादव राहुल कगांधी के साथ मंच साझा करते हैं और संयुक्त चुनाव लड़ने का एलान करते हैं, वैसे ही उन्हें नोटिस मिल गया है।

इसी के साथ लोग सवाल पूछ रहे हैं कि इस नोटिस का बसपा प्रमुख मायावती पर क्या असर होगा। रह-रह कर उनके बारे में कहा जाता है कि चुनाव करीब आने पर वे इंडिया गठबंधन के साथ जा सकती हैं। इस नोटिस से उन्हें भी क्या संदेश देने की कोशिश की गई है कि विपक्षी एकता के साथ जाने पर उन्हें भी नोटिस मिल सकता है?

पप्पू यादव कांग्रेस में जाएंगे, 5 सीटों पर मिलेगी ‘इंडिया’ को मजबूती

By Editor